Rising Rajasthan Summit: राजस्थान सरकार ने आर्थिक औद्योगिक विकास को गति देने के लिए एक काफी साहसिक कदम उठाया है। राइजिंग राजस्थान समिति के तहत 35 लाख करोड रुपए से अधिक के एमोयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में हो रहे निवेश उत्सव कार्यक्रम के दौरान इन सभी योजनाओं की घोषणा की।
बड़े पैमाने पर निवेश
राइजिंग राजस्थान सबमिट के तहत सरकार की आर्थिक रणनीति एक निवेश अभियान है। 35 लाख करोड रुपए से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर के साथ आने वाले वर्षों में राज्य पर्याप्त औद्योगिक विकास और रोजगार के अवसर प्राप्त करेगा। आज अकेले 3 लाख करोड रुपए के अभूतपूर्व निवेश बांटे जा चुके हैं।
रोजगार सृजन और कौशल विकास
सरकारी क्षेत्र में चार लाख रोजगार के अवसर
निजी क्षेत्र में 6 लाख रोजगार के अवसर
सरकारी डेढ़ लाख की व्यक्तियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करेगी जिससे उनकी क्षमताओं को विभिन्न उद्योगों की भर्ती जरूरत के साथ निखार जाएगा। किसी के साथ 18 नहीं औद्योगिक क्षेत्र के विकास की भी घोषणा की गई है। इस राजस्थान के विनिर्माण के पावर हाउस के रूप में भरने का मार्ग साफ होगा।
हालांकि राज्य की प्रचुर सौर और पवन ऊर्जा क्षमता पहले से ही वैश्विक निवेशों को काफी आकर्षित कर रही है और उसके बाद से राजस्थान की हरित ऊर्जा और टिकाऊ उद्योग प्रथाओं में राज्य काफी मजबूत नजर आ रहा है।
वैश्विक संबंध होंगे मजबूत
सरकार राजस्थान फाउंडेशन के 14 नए अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय अध्यक्ष की स्थापना करेगी। यह नए अध्याय गुवाहाटी, भुवनेश्वर, रांची, पुणे, दिल्ली, दुबई, म्यूनिख, रियाद, टोक्यो, सिंगापुर, मेलबर्न, नैरोबी, कंपाला और दोहा जैसे स्थानों पर खोले जाएंगे।
ये भी पढ़ें:- CM Bhajanlal Sharma: कोटा के छात्रों को सीएम का बड़ा तोहफा, 1.25 लाख पदों पर नई भर्ती की घोषणा