राजस्थान के कोटा जिले के सातलखेड़ी कस्बे से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे पढ़कर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल साल 2009 में मेघराज उर्फ राकेश नामक एक लड़के की गुम होने की खबर थाने में दर्ज कराई गई थी। जिसके 15 साल बाद पुलिस ने उसे 5 बजे सातलखेड़ी से दस्तयाब कर लिया। चौंकाने वाली बात यह है कि आज वह लड़का हैदराबाद की एक जानी मानी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर तैनात है।
आज उसकी सेलेरी लगभग 70 हजार रूपए है। 15 वर्ष पहले गायब हुए बालक को पुलिस कई सालों से दस्तयाब करने की कोश्शि कर रही थी। जिसके बाद अब उसे सुकेत पुलिस द्वारा गुरूवार को लाया गया। पुलिस ने बच्चे को ढूंढने के लिए 2 हजार रूपए का इनाम भी रखा था।
रेलवे स्टेशन से गुम हो गया था बालक
राकेश ने पुलिस को बताया कि वह बचपन में अपने दोस्तों के साथ खेलते-खेलते रामगंजमंडी रेलवे स्टेशन पहुंच गया था। उसने स्टेशन पर पड़ी पटरी का टुकड़े को हाथ में ले लिया था, जिसके बाद उसके सामने पुलिस अचानक खड़ी हो गई, जिससे वह डर गया और भाग कर स्टेशन पर खड़ी ट्रेन में बैठ गया। ट्रेन चलने लगी और कई स्टेशनों के बाद वह हैदराबाद पहुंच गया। जिसके बाद किसी ने उसे पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस द्वारा पूछे गए सवालों में उसे कुछ मालूम नहीं था कि सातलखेड़ी कौन से राज्य में आता है। पुलिस ने राकेश को एक संस्था में भेज दिया, जहां रूककर उसने अपनी पढ़ाई पूरी की और लगभग तीन साल पहले ही उसकी नौकरी सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर लगी और उसे वो करीब 70 हजार रूपए कमाता है।
पुलिस ने ऐसे की थी तलाश
थानाधिकारी छोटूलाल ने जानकारी दी कि राकेश को तलाशने के लिए पुलिस कई सालों से प्रयास कर रही थी जिसके लिए 2 हजार का इनाम भी रखा गया था। टीमों का गठन कर बच्चे की तलाश के लिए पुलिस को महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश सेमत तेलंगाना जैसे कई अलग राज्यों में भेजा गया था। बच्चे को तलाशने के लिए जगह-जगह पोस्टर लगाए गए। हैदराबाद में सम्पर्क कर राकेश को पुलिस ने सातलखेड़ी बुलाया और उसे उसकी मां और परिवार को सौंप दिया।