Jodhpur: राजस्थान के जोधपुर में भू-माफियाओं की मनमानी बढ़ती जा रही है। भू-माफिया अवैध रूप से जमीनें बेच देते हैं। जिसके बाद लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी पर अंकुश लगाने के लिए जेडीए ने एक नया तरीका खोज निकाला है। जिसकी मदद से लोग जमीन को खरीदने या बेचने से पहले भू-उपयोग की जानकारी घर बैठे ही ले सकेंगे।
जेडीए ने तैयार किया ये फार्मूला
जानकारी के मुताबिक, जोधपुर विकास प्राधिकरण (JDA) ने शहर के भू-माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए अपनी आधिकारिक वेबसाइट में नया लिंक डेवलप किया है। इस लिंक में क्यूआर होता है। जिसे स्कैन कर कोई भी व्यक्ति अपनी जमीन की सही लोकेशन जान सकेगा और ये भी पता चल जाएगा कि जमीन के पास से मास्टर प्लान की कौन सी सड़क गुजर रही है।
आयुक्त ने दी जानकारी
जेडीए आयुक्त उत्साह चौधरी ने बताया कि ये पूरा डाटा सैटेलाइट पर आधारित होगा। इसके लिए एक क्यूआर कोड तैयार किया गया है। इस क्यूआर कोड को स्कैन करके शहर का कोई भी आमजन अपनी जमीन की स्थिति आसानी से और एक क्लिक में जान सकेगा।
शहर की सड़कों में लगेंगे क्यूआर
अधिकारियों का कहना है कि जोधपुर शहर के विभिन्न सड़कों में खसरों के साथ क्यूआर कोड लगाया जाएगा। इस क्यूआर कोड को स्कैन करके कोई भी सड़क या खसरे के बारे में पता लग सकेगा। इससे पता चल सकेगा कि संबंधित सड़क या खसरा आवासीय, कार्मिशियल या मिश्रित किस प्रकार का है। इसके साथ ही यह पता चलेगा कि भू-उपयोग परिवर्तन का है या नहीं।
क्या होगा इससे फायदा
- लोग घर बैठे मोबाइल या कंप्यूटर पर जमीन की स्थिति देख सकेंगे।
- गलत जानकारी देकर जो लोग जमीन बेचते हैं उन पर लगाम लगेगा।
- क्यूआर से किसी भी जमीन या सड़क की जानकारी तुरंत मिल जाएगी।
- डेटा विश्वसनीय होगा और समय पर अपडेट होगा।
- इससे यह भी पता चलेगा कि जमीन आवासीय, वाणिज्यिक या फिर किसी अन्य उपयोग के लिए है।
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