Rajasthan Panchayat Elections: राजस्थान के पंचायत चुनाव में सरकार बदलाव करने का विचार कर रही है। आगामी दिनों में प्रदेश में आयोजित होने जा रहे पंचायत चुनाव में तीन संतान के कारण चुनाव ना लड़ने के कानून को हटाया जा सकता है। इस मामने पर राजस्थान सरकार की ओर से संकेत दिए गए है। बता दें कि बीतें दिनों राजस्थान विधानसभा में यह मुद्दा उठाया गया था। जिसके बाद अब सरकार की ओर से इस मामले को गंभीरता से देखा जा रहा है।
चन्द्रभान आक्या ने उठाया था मुद्दा
मंगलवार को विधानसभा में शून्यकाल के दौरान चितौड़गढ़ से निर्दलीय विधायक चंद्रभान आक्या ने सरकार के सामने यह मुद्दा उठाया था कि प्रदेश में पंचायत चुनाव में तीन संतान होने पर चुनाव क्यों नहीं लड़ा जा सकता है। जबकि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में ऐसा कोई कानून नहीं है। उन्होंने मांग उठाई थी कि पंचायत चुनाव में इस नियम को हटाया जाए।
उन्होंने आगे कहा कि कई ऐसे लोग है जिनके तीन बच्चे होने के कारण वे चुनाव नहीं लड़ पाते हैं। इस कानून के चलते कई नेताओं को राजनीतिक जीवन में नुकसान झेलना पड़ रहा है। यदि इस नियम को जरूरी महसूस किया जाता है तो फिर पंचायत चुनाव के अलावा पार्लियामेंट और असेंबली चुनाव में भी इसे लागू किया जाना चाहिए।
प्रदेश में आयोजित होंगें छात्रसंघ चुनाव
पंचायता चुनाव में तीन संतान के अलावा विधानसभी में शून्यकाल के दौरान राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव आयोजित कराने की मांग भी उठाई गई थी। बीजेपी के विधायक धर्मपाल ने सरकार से छात्रसंघ चुनाव कराने का मुद्दा सामने रखा था। इस संबंध में उन्होंने कहा कि छात्रसंघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी होती है, विधानसभा में बैठे कई सदस्य छात्रसंघ चुनाव की सीढ़ी से होते हुए यहां तक आएं हैं, इसलिए सरकार को छात्रसंघ चुनाव कराने चाहिए। इसके लिए सरकार की ओर से छात्रसंघ चुनाव कराने पर विचार किया जा रहा है।
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