Cucumber Mango : भारत में पहले जहां कृषि पर 75% लोग निर्भर थे। आजकल अब धीरे-धीरे कृषि के प्रति लोगों का रुझान कम होते जा रहा है। एक तरफ जहां किसान अब खेती करना कम कर चुके हैं। वही भरतपुर के किसानों ने अपनी खेती के बदौलत सबको चौंका दिया है। बल्कि भरतपुर की किसानों ने अपना एक नया पहचान स्थापित कर लिया है। पहचान के साथ-साथ इनकी आर्थिक स्थिति भी सुधर रही है। राजस्थान के भरतपुर की धरती पर किसानों ने ककड़ी आम की पैदावार शुरू की है। ककड़ी आम अपने अनूठे स्वाद के लिए प्रचलित हो रहा है। दिन प्रतिदिन इस आम की मांग बाजारों में बढ़ती जा रही है। भरतपुर जिले के रुदावल और बंसी पहाड़पुर क्षेत्र के किसान ककड़ी आम की खेती कर अपनी आय बढ़ा रहे हैं। यह आम किसानों की आय का एक मजबूत साधन बन चुका है। किसानों को इससे आर्थिक सहायता मिल रही है।
गर्मियों में छाया ककड़ी आम स्वाद में अत्यधिक मीठा
ये आम स्वाद में बेहद मीठा है। इसमें गुदे की मात्रा भी अत्यधिक होती है। धीरे-धीरे इस आम की पकड़ भरतपुर की मंडियों तक पहुंच गई है। इस आम की खेती में मुनाफा ज्यादा होती है। इसकी खेती में कम पानी की आवश्यकता होती है। जहां कम पानी है वहा ये अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। सरकार भी किसानों से भगवानी करने के लिए प्रेरित कर रही है। कम संसाधन वाले क्षेत्रों के लिए यह आम की बागवानी बेहतर साबित होगी।
ककड़ी आम आर्थिक स्थिति को सुधार रहा
रुदावल और बंसी पहाड़पुर क्षेत्र के अलावा आसपास के क्षेत्र में भी इसकी उत्पादन की जाने लगी है। इस आम के जरिए अब गांव को भी पहचान मिल रही है। भरतपुर के अलावा यह आम अब बाहरी बाजारों में भी बिकनेलगा है। किसान ये कयास लग रहे हैं कि आने वाले कुछ समय में इसकी पैदावार और भी अच्छी होगी। इससे उनका दोगुना फायदा होगा। उन्हें आर्थिक मदद भी मिलेगी। कड़ी आम के जरिए भरतपुर को पहचान जाएगा।
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