Civil Aviation Policy: राजस्थान नागरिक उड्डयन नीति में लोगों को पहले की तुलना अधिक सुविधा उपलब्ध करवायी जाएगी, इस नीति के अंर्तगत अब फ्लाइट में यात्रियों के साथ माल परिवहन की सुविधा प्रदान की जा रही है। यात्रियों की यात्रा के लिए एक बेहतरीन व्यवस्था दिए जाने की घोषणा की गई हैं।
राजस्थान सरकार द्वारा हवाई यात्रा को बेहतर बनाने के लिए नई नागरिक उड्डयन नीति को लागू किया गया है, जिसमें लोगों की सुविधा को मध्य रखते हुए इस नीति में सुधार कर नए आयाम शामिल कर राजस्थान नागरिक उड्डयन नीति की पहल की गई हैं।
जिला कलक्टर देगें सरकारी और निजी विमानों को अनुमति
इस नीति के अंर्तगत राजस्थान के हैलीपेड सरकारी , निजी विमानों और हेलीकॉप्टरों के संचालन की जिम्मेदारी जिला कलक्टर को सौंपी गई हैं।, जिसमें जिला कलक्टर सरकारी व निजी विमानों को अनुमति देगा। राजस्थान में एफटीओएस के लिए जमीन के लीज आवंटन किया गया है, यानि की एक निश्चित अवधि के लिए इसकी प्रक्रिया के साथ कीमत भी निर्धारित कर दी गई हैं।
राजस्थान के एयरपोर्ट और रनवे
राजस्थान में एयरपोर्ट और रनवे की संख्या कुल मिलाकर 33 है, जिसमें से 10 एयरपोर्ट है और 23 रनवे है। इन 10 एयरपोर्ट में से 4 एयरपोर्ट भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधीन आते है, ये एयरपोर्ट किशनगढ़, उदयपुर, कोटा और जयपुर में बने हुए हैं।
वहीं बचे 6 एयरपोर्ट बाड़मेर, फलोदी, जोधपुर, सूरतगढ़ और जैसलमेर के साथ बीकानेर जो वायुसेना के अंतर्गत आते हैं। इनमें 23 रनवे में 19 हवाई रनवे सरकार के अधीन और 4 रनवे निजी कंपनियों के स्वामित्व में आते हैं।
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