HMPV Virus: दुनिया में COVID-19 के बाद एक और वायरल संक्रमण सुर्खियां बटोर रहा है। इसे HMPV Virus की संज्ञा दी गई है। विशेषज्ञों की मानें तो एचएमपीवी वायरस का प्रसार संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से हो सकता है। राजस्थान सरकार इस वायरल संक्रमण को।लेकर पहले ही सतर्क हो गई है। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने HMPV वायरस के संबंध में एक संक्षिप्त विवरण जारी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
HMPV Virus को लेकर सतर्क हुई सरकार!
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने स्पष्ट किया है कि HMPV संक्रमण को लेकर सरकार सतर्क है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का हवाला देते हुए श्री खींवसर ने बताया है कि ये वायरस घातक नही है। बेंगलुरु और गुजरात मे ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस के कुछ मामले सामने तो आए हैं, लेकिन इससे घबराने की कोई जरूरत नही है। भजनलाल सरकार का कहना है कि HMPV वर्ष 2001 से आस्तित्व में है। संक्रमित रोगियों पर इसका असर सामान्य रहा है और इसके कारण किसी की मौत नही हुई है।
ऐसे में लोग सतर्क रहें हैं और घबराने के बजाय बचाव पर जोर दें। देश में HMPV वायरस को लेकर छिड़ी चर्चा के बीच राजस्थान सरकार अलर्ट मोड पर है। एहतियात के तौर पर इस वायरस की प्रामाणिक जांच के लिए 5 वीआरडीएल लैब्स स्थापित किए गए हैं। ये लैब्स AIIMS जयपुर, सवाई मान सिंह हॉस्पिटल, RNT, SN और सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में हैं जहां जांच कराई जा सकती है।
इन बातों का रखे ध्यान
HMPV वायरस के लक्षण सामान्य हैं। सर्दी, खांसी, बुखार, आदि जैसी स्थिति संक्रमण की संभावित पहचान हो सकती है। ऐसे में इस तरह की स्थिति होने पर चिकित्सकों से सलाह लें और उनके अनुसार सुझाए गए दवा का सेवन करें। इसके अलावा हाथ को बार-बार साबुन से धोएं, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहने और पर्याप्त मात्रा में पानी के साथ पोषक तत्व से भरे खाद्य पदार्थों का सेवन करें।