Rajasthan Dara Tunnel: दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे परियोजना के तहत 4.2 किलोमीटर लंबी आठ लेन सुरंग बनाई जा रही है। यह सुरंग कोटा जिले के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के रास्ते गुजरेगी। भारत देश की यह पहली सबसे लंबी आठ लेन टनल है। अब आखिरकार दूसरी ट्यूब की ब्रेकथ्रू सेरेमनी के दौरान इस सुरंग का अंतिम अवरोध बुलडोजर की मदद से तोड़ा गया। यानी की इस सुरंग के लिए दोनों छोर से खुदाई पूरी हो चुकी है।
एक ऐतिहासिक क्षण
इस टनल के ब्रेकथ्रू सेरेमनी के दौरान अधिकारियों और श्रमिकों ने गर्व से तिरंगा लहराया। आपको बता दें कि इस अवसर पर एनएचएआई के कोटा परियोजना निदेशक संदीप अग्रवाल, दिलीप बिल्डकॉन के परियोजना प्रबंधक संजय सिंह राठौड़ और बाकी इंजीनियर और मजदूर मौजूद रहे। इस ऐतिहासिक परियोजना के बाद अब इस टनल के जरिए दिल्ली और कोटा के बीच का सफर 2 घंटे 30 मिनट कम हो जाएगा।
क्या है इस टनल की खासियत
इस सुरंग की कुल लंबाई 4.9 किलोमीटर होगी। इसी के साथ चौड़ाई 21 मीटर और ऊंचाई 11 मीटर है। इस टनल में 12 कनेक्शन पॉइंट है जो आपातकालीन निकास के लिए काम आएंगे। साथ ही ऑक्सीजन के स्तर को बनाए रखने के लिए 104 जेट पंखे और जहरीली गैसों का पता लगाने के लिए सेंसर लगे हुए हैं। इस सुरंग को ऑस्ट्रेलिया टनल मेथड के जरिए बनाया जा रहा है।
यह टनल मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व की सीमा से ठीक पहले शुरू होती है और उससे 500 मीटर आगे जाकर समाप्त होती है। इस टनल को बनाने का उद्देश्य वन्य जीवों के आवासों में व्यवधान को कम करना भी था। दरअसल जंगल के बीच से सड़क भी बनाई जा सकती थी लेकिन सुरंग बनाने का निर्णय जानबूझकर लिया गया। उम्मीद है यह टनल दिसंबर 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगी और जनवरी 2026 से यहां पर यातायात शुरू हो जाएगा।
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