Rajasthan Government Jobs: आरपीएससी यानी राजस्थान लोक सेवा आयोग ने अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं के लिए परीक्षा शुल्क में वृद्धि का प्रस्ताव दिया है। यह प्रस्ताव कार्मिक विभाग को भेजा गया है। दरअसल पिछले कुछ वर्षों में पंजीकरण प्रणाली के कारण आवेदनों की संख्याओं में तो भारी वृद्धि हुई है, लेकिन अगर बात करें उम्मीदवारों की वास्तविक उपस्थिति की तो उसमें भारी गिरावट आई है।
प्रमुख भर्तियों में आवेदनों में वृद्धि
पिछले चार से पांच वर्षों में सरकारी नौकरियों के लिए आवेदकों की संख्या में वृद्धि हुई है। आरएएस 2024 की परीक्षा में केवल 1096 पदों के लिए 6.75 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि कॉलेज शिक्षा में सहायक आचार्य पदों के लिए 1.50 लाख आवेदन आए और साथ ही वरिष्ठ अध्यापक भर्ती में 4.5 उम्मीदवार आए। इसी के साथ राजस्व और कार्यकारी अधिकारी पदों के लिए 2.5 लाख आवेदन और लाइब्रेरियन ग्रेड II जैसे पदों के लिए 88000 आवेदकों के आवेदन आए।
वित्तीय निहितार्थ और संसाधनों की बर्बादी
दरअसल आवेदनों की संख्या के हिसाब से ही प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट छापी जाती है। अब क्योंकि 30 से 40% से अधिक अभ्यर्थी उपस्थिति नहीं होते तो यह सामग्री बेकार चली जाती है। शिक्षक, कर्मचारी और पुलिस कर्मियों के भत्ते प्रति परीक्षा ₹ 3000 से ₹ 5000 के बीच होते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि 5 से 8 करोड़ मुफ्त यात्रा के लिए रोडवेज पर खर्च किए जाते हैं।
हालांकि एकमुश्त पंजीकरण प्रणाली सरकार के लिए राजस्व भी लाती है। आरएएस 2024 की परीक्षा के समय आवेदन शुल्क के माध्यम से लगभग 50 करोड रुपए आए थे। इसी के साथ बाकी परीक्षाओं में भी तकरीबन 5 से 10 करोड रुपए आ जाते हैं।
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