Folk Dancers of Jalore: राजस्थान के जालोर की 5 लोक नृतकों को जयपुर में गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। सभी नृतकों की टीम राज्य स्तर पर हुए कला उत्सव में प्रथम स्थान पर रही थी। इसी कारण इन्हें सम्मानित किया जाएगा। इन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया था। इनके नाम ऐश्वर्या भटनागर, आस्था तिवारी, कीर्ति सुथार, भाग्यश्री सोनी और पिया है तथा इनके साथ इनके प्रशिक्षक शैलजा सुथार भी थे।
सभी को किया जाएगा पुरस्कृत
सभी नृतकों को जयपुर के शिक्षा संकुल में होने वाले गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही सभी को पुरस्कार भी दिया जाएगा। अविचल चतुर्वेदी (राज्य परियोजना निदेशक और आयुक्त) ने आदेश दिया है कि महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय शिवाजी नगर जालोर की इन नृतकों को सम्मानित किया जाएगा।
इन्होंने 1 से 7 जनवरी तक भोपाल के रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन और एनसीईआरटी में हुई आठ दिवसीय राष्ट्रीय स्तर पर कला उत्सव में बेहतरीन प्रदर्शन किया और राजस्थान राज्य का नाम रोशन किया। साथ ही राजस्थान की संस्कृति को राष्ट्रीय स्तर पर जीवंत करने के लिए इनकी हम सराहना करते हैं।
डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर (DC) प्रदीप के. गवांडे ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए लोक नृतकों की पूरी टीम को बधाई देते हुए उनकी सराहना की। प्रशिक्षक शैलजा माथुर ने बच्चों को अच्छा निर्देशन दिया और जालोर जिले की टीम ने 2 बार लेटा, 1 बार बागरा और 2 बार जालोर के छात्रों के दल ने कुल 5 बार राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन किया साथ ही अपने राज्य का नाम रोशन किया।
जालोर का ढोल नृत्य
जालोर का ढोल नृत्य लोकनृत्यों में सबसे प्रसिद्ध है। इसकी शैली थिरकना है। माना जाता है कि इस नृत्य को पुरुषों के द्वारा किया जाता है। साथ ही यह नृत्य मांगलिक कार्यक्रमों के अवसर पर किया जाता है। इसमें ढोल, बांसुरी और तार पी वाद्ययंत्रों का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा इसमें ढोल, सारदा, माली और भील पुरुषों के द्वारा किया जाता है।
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