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Jodhpur Waste To Energy: जोधपुर के कुरु में निगम कचरे से बिजली बनाकर हर महीने 22 लाख 68 हजार रूपए कमाएगा। इस प्रोजेक्ट से निगम की आय भी बढ़ेगी। एयफोर्स की अनुमति मिलते ही इस प्रोजेक्ट पर काम होना शुरू हो जाएगा।

Jodhpur Nagar Nigam Project: राजस्थान के जोधपुर शहर के केरू में कचरे से बिजली बनाने के लिए पर्यावरण की NOC जारी हो चुकी थी, अब केवल नगर निगम को एयरफोर्स साउथ वेस्टर्न एयर कमांड (स्वेक) की आज्ञा का इंतजार है। जिससे केरू में कचरे से बिजली बनाने वाला प्लांट तैयार किया जा सके। इस प्रोजेक्ट को पहले ही शुरू कर दिया गया था, लेकिन स्वेक की आज्ञा के बिना इस प्रोजेक्ट का कार्य अब आगे नहीं बढ़ेगा। नगर निगम का कहना है कि उन्होंने नवंबर माह में ही स्वेक की ओर से सभी अनुमति ले ली थी। लेकिन इतना समय बीत गया है, फिर भी उन्हें स्वेक की ओर से कोई NOC नहीं मिली है। जिसके कारण प्रोजेक्ट बीच में ही अटका हुआ है। निगम की इस योजना से शहर कचरा मुक्त होने के साथ साथ बिजली बनी बनाएगा।

बढ़ेगी निगम की आय

इस योजना में निगम प्रतिदिन 600 टन कचरे की खपत से 6 मेगावाट तक बिजली बनाएगा। निगम ने यह प्रोजेक्ट जिंदल अर्बन वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड फर्म को सौंपा है, जिसके लिए निगम ने BOT के आधार पर कंपनी को 100 करोड़ रुपए दिए हैं। कचरे के प्रति टन के लिए 126 रुपए दिए जाएंगे। निगम को भी इससे हर महीने 22 लाख 68 हजार रूपए का फायदा होगा। लगभग 1 साल के बाद बिजली के प्लांट से उत्पादित बिजली में से डिस्कॉम को भी देने का कार्य शुरू हो जाएगा। 

प्रोजेक्ट के जुड़ी जानकारी

केरू से प्रतिदिन 600 टन कचरा निकलता है। 100 करोड़ के प्रोजेक्ट से निगम को भी फायदा होगा। प्रोजेक्ट से निगम को हर महीने 22 लाख 68 हजार का लाभ होगा। 

पर्यावरण विभाग ने दी NOC 

सिद्धार्थ पालानीचामी (निगम आयुक्त) बताते हैं कि 8 अप्रैल को कचरे से बिजली बनाने के लिए पर्यावरण विभाग की भी स्वीकृति मिल चुकी है। अब बस निगम को एयरफोर्स की स्वीकृति मिलनी बाकी रह गई है, इसके बाद प्रोजेक्ट के तहत कार्य शुरू हो जाएगा।

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