Kiradu Temple: राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक प्राचीन और रहस्यमय स्मारक स्थित है।इस स्मारक का नाम है किराडू मंदिर। 1161 ईसा पूर्व में की रात यूपी के नाम से स्थापित है मंदिर अपनी आकर्षक स्थापत्य शैली के लिए प्रसिद्ध है। आईए जानते हैं क्या है क्या है यहां की खास बात।
खंडहरों के बीच स्थित मंदिर
बाड़मेर से लगभग 35 किलोमीटर दूर यह मंदिर पांच मंदिरों की एक श्रृंखला है। हालांकि समय की मार के आगे कई संरचनाएं खंडहर हो चुकी हैं । लेकिन भगवान शिव और विष्णु को समर्पित एक मंदिर आज तक अच्छी तरह से संरक्षित है। इस मंदिर को लाल बलुआ पत्थरों से बनाया गया है। साथ ही इसकी जटिल नक्काशी और विस्तृत कलाकृतियां पर्यटकों को पुराने युग में ले जाती है। खजुराहो जैसे मूर्तियों में दिखने वाली दक्षिणी वास्तुकला किराडू मंदिर को और भी खूबसूरत बनाती है। इसीलिए इसे राजस्थान का खजुराहो भी कहा जाता है।
मंदिर के शापित होने की कहानी
स्थानीय लोगों के मुताबिक यह मंदिर शापित है। कहा जाता है कि सूर्यास्त के बाद इसके परिसर में जो भी रहता है वह हमेशा के लिए पत्थर बन जाता है। लोगों का कहना है कि यह अभिशाप एक प्रतिशोधित सिद्ध साधु द्वारा दिया गया।
इसके पीछे यह कहानी है कि एक बार साधु ने अपने शिष्यों को एक स्थानीय राजा और समुदाय को देखभाल के लिए सौंप दिया था। लोग अपने-अपने कामों में इतने व्यस्त थे कि एक बार एक शिष्य गंभीर रूप से बीमार पड़ा तो लोगों ने उसकी उपेक्षा कर दी। क्रोधित होकर साधु ने मंदिर को श्राप दे दिया और कहा की सूर्यास्त के बाद जो भी इस मंदिर में प्रवेश करेगा वह पत्थर का बन जाएगा। स्थानीय अधिकारियों में सूर्यास्त के बाद मंदिर में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया।
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