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Banjara community: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बंजारा समाज के आराध्य श्री रूप सिंह महाराज की 518वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। साथ ही गांव के लोगों से बात करके अधिकारियों को उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए कहा।

Om Birla talk to Banjara community: भारत की लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने बंजारा समाज के प्रेरणास्त्रोत और आराध्य श्री रूप सिंह  महाराज को उनकी 518वीं पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित की। यह कार्यक्रम डाबी क्षेत्र में आयोजित हुआ था। कार्यक्रम में ओम बिरला कहते हैं कि रूप सिंह जी का जीवन त्याग और तपस्या से भरपूर है। उन्होंने समाज सुधार में भी विशेष योगदान दिया। उन्होंने अपने कठिन समय में भी समाज को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाया। साथ ही संगठनों का रास्ता भी दिखाया। उनके जीवन से हमें शिक्षा लेनी चाहिए कि जब पांच शताब्दियों पहले वीरता की गाथा लिखी जा सकती थी, तो आज भी इतिहास को दोहराया जा सकता है। बंजारा समाज का इतिहास राष्ट्रसेवा, स्वाभिमान और संघर्ष से भरा पड़ा है। अंग्रेजों के समय में भी इस समाज ने अपनी भूमिका दिखाई थी। इस समाज का इतिहास पढ़ने से आज भी हमें नई ऊर्जा मिलती है। 

बंजारा समाज की बेटियों को आगे आना होगा

ओम बिरला शिक्षा और आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहते हैं कि अपने समाज के इतिहास को याद रखने वाला समाज ही सशक्त बनता है। बंजारा समाज की लड़कियों और औरतों को आगे आकर चिकित्सा, शिक्षा और प्रशासन के क्षेत्र में अपनी भूमिका दिखानी चाहिए। अपने समाज की प्रगति के लिए बेटियों को भी भी डॉक्टर, इंजीनियर और अच्छा प्रशासक बनना होगा। हमें इन सब बातों पर गोर करना है। 

बिजली की समस्या होगी दूर

ओम बिरला ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गांव में बिजली, पानी और सड़क परिवहन की मूलभूत सुविधाओं के ध्यान रखा जाए। गांव में बिजली आपूर्ति की समस्या को लेकर उन्होंने विभाग के अधिक्षिण अभियंता को आदेश दिए हैं कि जनप्रतिनिधियों से आम लोगों की समस्याओं को जानकार पूरे क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या की परमानेंट समाधान करने के लिए नए फीडर लगवाएं। 

बिरला ने गांव की पानी की समस्या का किया निस्तारण

ओम बिरला ने वन विभाग के साथ सहयोग करके गांव में पानी की समस्या को दूर करने के लिए कहा। उन्होंने जल जीवन मिशन का जिक्र करते हुए कहा कि गांव में नियमित रूप से पेयजल उपलब्ध होना चाहिए। इसके लिए एक पूर्ण कार्ययोजना बनाई जाए। साथ ही जल जीवन योजना के अंतर्गत निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। डाबी क्षेत्र में नए औद्योगिक रीको केंद्रों और कृषि कनेक्शन स्थापित होने चाहिए। साथ ही क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने और खनिजों के आवंटन को रद्द करवाने जैसे कार्यों को ठीक प्रकार से किया जाना चाहिए।

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