Viksit Bharat Youth Parliament: विकसित भारत यूथ पार्लियामेंट 2025 में इस बार राजस्थान के कुल 140 युवाओं को राज्य स्तर पर युवा संसद में भाग लेने का मौका मिला था। जिनमें से 10 युवा भरतपुर संभाग से थे। यह युवा संसद युवा एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित किया गया था। 26 मार्च को भरतपुर नोडल से विजेता बने यशस्वी कटारा को राजस्थान विधानसभा में भाषण के लिए भेजा गया। उन्हें 1 दिन के लिए बतौर विधायक विधानसभा में भाषण दिया। यशस्वी ने संविधान के 75 वर्षों की स्वर्णिम यात्रा के विषय पर राजस्थान विधानसभा में अपना भाषण दिया था।
यशस्वी कटारा ने भाषण शुरू करने से पहले क्या कहा
यशस्वी कटारा का नाम जैसे ही बुला उन्होंने भाषण की शुरुआत में कहा कि, "मन में अपने एक लक्ष्य लिए मंज़िल अपनी प्रत्यक्ष लिए हम निकल पड़े हैं प्रण करके अपना तन मन अर्पण करके सीधे एक सूर्य उगाना है अंबर से ऊंचा जाना है एक भारत भव्य बनाना है एक भारत नया बनाना है"
राजस्थान विधानसभा में यशस्वी ने क्या भाषण दिया
राजस्थान विधानसभा में 1 दिन के विधायक के रूप में यशस्वी कटारा ने भाषण दिया कि, "सम्मानित सदन को प्रणाम करता हूं और अपना भाषण आरंभ करता हूं। आज से 75 वर्ष पूर्व, जब गुलामी के बादल इस देश से हटे तो आज़ादी का सूर्य चमका और सूर्य की रौशनी से भारत की हृदयस्थली (दिल्ली) में फूट पड़ा एक वटवृक्ष और इस वटवृक्ष की नींव थी लोकतंत्र। जिसकी शाखाएं थी मूल अधिकार। जिसकी टहनियां थी मूल कर्तव्य।जिसकी पत्तियों में अनुच्छेद और अनुसूचियां थी और फ़ल स्वरूप प्राप्त हुआ, हमें विश्व के प्रियतम लोकतंत्र भारत का सबसे बड़ा लिखित संविधान"
इसके बाद उन्होंने अन्य विधायकों के लिए कहा कि, "मैं आप सभी के भाषणों को सुन रहा था तो, उन सभी में एक चीज़ समान थी कि संविधान की पालना नहीं हो रही है, जब मैं अभी पानी पीने बाहर गया था तो बाहर मुझे संविधान मिला। अब वह कह रहा था कि अंदर जाकर मेरी एक बात कह देना, कि मिट्टी में मिला दे मैं जुदा हो नहीं सकता, कि मिट्टी में मिला दे मैं जुदा हो नहीं सकता। अब इससे ज़्यादा मैं तेरा हो नहीं सकता और तू मेरी आवाज़ से आवाज़ मिला ले, फिर देखते रहिए इस देश में क्या हो नहीं सकता"
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