Rajasthan Agriculture: सशक्त किसान ही सशक्त देश का निर्माण कर सकते हैं। ऐसे में भारत जैसे देश जहां की 60 फीसदी से ज्यादा आबादी अपनी रोजमर्रा के लिए कृषि पर निर्भर है। वहाँ किसानों का सशक्त होना कितना जरूरी है जिसमे आंकलन लगा लीजिए। इसी कड़ी में किसानों के सशक्तिकरण के लिए राजस्थान सरकार ने एक खास पहल की है।
दरअसल, राजस्थान में अब किसानों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कृषि तकनीक बताए जाएंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से किसानों को फसलों की सिंचाई और खाद छिड़काव में मदद मिलेगी जो कि किसानों के लिए बेहतर होगा।
कृतिम बुद्धिमता समाधान परियोजना से जुड़ेंगे किसान!
राजस्थान के किसानों को सशक्त बनाने के लिए सरकार अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने पर जोर दे रही है। दरअसल, राज्य में ऑटिमेशन, फेर्टिगेशन एवं समुदाय आधारित कृतिम बुद्धिमता समाधान परियोजना की शुरुआत हुई है।
इसके तहत कृषि पद्धति को सरल बनाने के लिए सिंचाई और खाद छिड़काव को ऑटोमेशन और फेर्टिगेशन से जोड़ा जाएगा। किसान फसलों की सिंचाई के लिए ऑटोमेशन और खाद छिड़काव के लिए फेर्टिगेशन विकल्प को चुन सकते हैं। बता दें कि आधुनिक तकनीक की मदद से कृषि कार्य को आसान बनाया जा सकेगा जिससे कृषि कार्य को बढ़ावा मिल सके।
युवा पीढ़ी का रुझान बढ़ाने पर जोर!
राजस्थान सरकार की खास पहल कृषि क्षेत्र को आसान बनाने और सुविधाओं का इजाफा करना है। दावा किया जा रहा है कि कृषि क्षेत्र में सिंचाई और खाद छिड़काव के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से खेतीबाड़ी आसान होगी। इसके अलावा गुणवत्ता बढ़ेगी और फसलों के उत्पादन में इजाफा होगा। इससे युवा पीढ़ी का रुझान कृषि कार्य की ओर बढ़ेगा और वे ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में कृषि कार्य को चुन कर रोजगार हासिल कर सकेंगे।