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प्रदेश में पिछले साल बच्चों के गायब हुए आंकड़े से सब हैरान हैं। बजट सत्र के दौरान, लापता हुए बच्चों का आंकड़ा सामने आया है। पिछले साल करीब 7,000 से ज्यादा बच्चे पूरे प्रदेश से गायब हुए। हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि इनमें 84 प्रतिशत से ज्यादा तो लड़कियां हैं।

Rajasthan Child Missing Report 2024: राजस्थान में पिछले साल 7 हजार से ज्यादा बच्चे गायब हुए है। ये हम नहीं कह रहे बल्कि, सरकार की एक रिपोर्ट कह रही है। खबरों की मानें, प्रदेश में बीते साल 7,339 बच्चे लापता हुआ हैं। जिनमें से 6,196 तो केवल लड़कियां ही हैं, जो कि कुल आंकड़े का 84 प्रतिशत है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि अब तक 6,838 बच्चों को ढूंढ लिया गया है। लेकिन प्रदेश के 501 के बच्चे अभी भी लापता हैं, जिनमें 451 तो लड़कियां हैं। फिलहाल, पुलिस उनकी तलाश कर रही है।  

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजस्थान के बूंदी के विधायक हरिमोहन शर्मा ने सवाल किया था। उन्होंने मंत्रालय से 2024 में लापता हुए बच्चे और उनके जिलेवार आंकड़ों का विवरण मांगा था। जिसके बाद यह चौंकाने वाला आंकड़ा सभी के सामने आया है। 

किस जिले में कितने बच्चे हुए लापता

अधिकतर लापता बच्चे राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों से गायब हुए है, जो जिले गुजरात, पंजाब और मध्यप्रदेश राज्यों से अपनी सीमा साझा करते हैं, उन्हीं जिलों में ये लापता होने की समस्याएं सामने आई हैं। 

1. झालावाड़ में 19 लड़के और 166 लड़कियां लापता
2. उदयपुर में 45 लड़के और 404 लड़कियां लापता 
3. बांसवाड़ा में 4 लड़के और 209 लड़कियां लापता 
4. चितौड़गढ़ में 14 लड़के और 243 लड़कियां लापता 
5. भीलवाड़ा में 58 लड़के और 414 लड़कियां लापता 
6. श्रीगंगानगर में 26 लड़के और 251 लड़कियां लापता 

साथ ही हाइवे से कनेक्टिविटी रखने वाले इलाको से भी बच्चे लापता हुए हैं। ये इलाके हैं-

1. अजमेर में 58 लड़के 259 लड़कियां लापता 
2. ब्यावर में 20 लड़के और 172 लड़कियां लापता 
3. अलवर-भिवाड़ी के एरिया में 50 लड़के और 228 लड़कियां लापता 
4. जयपुर और कोटपुतली के एरिया में 1000 से ज्यादा मामले लापता के आएं हैं।

बाल तस्करी के मामले भी सामने आए

रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले साल प्रदेश में 17 मामले बाल तस्करी के भी सामने आए हैं। इससे पहले भी प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में बाल तस्करी और लड़कियों की खरीद से संबंधित मामले देखे गए हैं। एक स्टिंग ऑपरेशन और कुछ पुलिस रिपोर्ट्स से पता चला है कि आसपास के आदिवासी लोग बच्चों को लालच देकर उनकी तस्करी करवाते हैं। 

सरकार को कठोर होने की जरूरत

राजस्थान में बच्चों के इतनी ज्यादा संख्या में लापता होने पर कईं सामाजिक संगठनों और बाल संरक्षण कार्यकर्ताओं ने अपनी चिंता जाहिर की है। खासकर लड़कियां कैसे इतनी बड़ी संख्या में गायब हो रही हैं, ऐसे कईं सवालों को लेकर लोगों के मन में चिंता है। इसके साथ ही बाल तस्करी, जबरन विवाह और शोषण से संबंधित घटनाएं सरकार के लिए एक बड़ा गंभीर मुद्दा बन गई हैं। विधायक हरिमोहन शर्मा ने सरकार से अपील की है कि इस मामले पर जल्द से जल्द सख्त कदम उठाए जाएं और गुमशुदा बच्चों को जल्द से जल्द ढूंढा जाए।

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