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Rajasthan Chilli Fair: पिछले 20 साल से राजस्थान के नागौर जिले के पशु मेला मैदान में मिर्ची बाजार लगता आ रहा है। यहां दूर-दराज से लोग सूखी मिर्च खरीदने आते है। लोगों का कहना है कि इस मेले की मिर्च काफी शुद्ध होती है और सही दाम में मिल जाती है।

Rajasthan Chilli Fair: राजस्थान के नागौर जिले के पशु मेला मैदान में पिछले 20 साल से लगने वाला मिर्ची बाजार इस साल भी लोगों के लिए तैयार हो चुका है। स्थानीय लोगों के अलावा दूर-दराज से लोग यहां लाल सूखी मिर्च की खरीद करने पहुंचते है। कई खरीददार पूरे साल के लिए एक साथ मिर्ची खरीद लेते हैं। समय के साथ-साथ बाजार की बढ़ती भीड़ को देखते हुए व्यापारियों ने भी सुविधाएं बढ़ा दी हैं।
 
मिर्च के अलावा मसालों का भी होता है व्यापार 
इस बाजार में पहले केवल सूखी साबुत लाल मिर्च का व्यापार हुआ करता था, लेकिन अब यहां लोग कई प्रकार के मसालें जैसे धनिया, हल्दी, राई आदि चीजें भी बेचते हैं। इसके अलावा कई दुकानदार अपनी दुकान के आगे मसाले पीसने वाली चक्कियां रख लेते हैं, जिससे ग्राहक हाथों-हाथ मसाले पिसवा सकें। 

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यहां लगता है मिर्ची मेला 
यह मेला नागौर जिले के पशु मेला मैदान के पास सड़क किनारे कई सालों से  लगाया जा रहा है। व्यापारियों ने बताया कि इस मेले में देसी मिर्च ज्यादातर जोधपुर जिले के गांवों में होती है, इसी कारण से किसान अपने खेत की मिर्च सीधे लोगों को बेचने के लिए यहां अपनी दुकान लगा लेते हैं।

स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले इस स्थान पर पशु मेले खत्म होने के बाद यहां मिर्ची बाजार लगाया जाता है। पशु मेले के साथ मिर्ची मार्केट लगभग 6 महीने तक रहता है। यहां नागौर और आस-पास के लोगों के साथ-साथ दूर-दराज से लोग मिर्च खरीदने आते हैं। 
 
मिर्च की टॉप क्वालिटी मिलती है
नागौर निवासी हुक्मीचंद चौहान ने बताया कि पीपाड़, बिराई, जोधपुर जिले की टॉप क्वालिटी मिर्च यहां मिलती है, जो खाने में तो स्वाद होती है साथ ही सही दाम में भी मिल जाती है। यहां मिलने वाली मिर्ची बाजार की मिर्ची से काफी शुद्ध होती है। वहीं बाजार में मिलने वाली मिर्ची में कई प्रकार की मिलावट होती है।

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