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IPL 2025: इस वक्त पूरे देश में आईपीएल का सुरूर छाया हुआ है। इसी बीच राजस्थान साइबर पुलिस ने आईपीएल टिकट स्कैम से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है। आईए जानते हैं सभी मुख्य जानकारियां।

IPL 2025: इस वक्त देश भर में इंडियन प्रीमियर लीग 2025 का खुमार छाया हुआ है। इसी बीच साइबर अपराधी भी मौके का फायदा उठाकर प्रशंसकों को ठग रहे हैं। राजस्थान साइबर पुलिस ने सोशल मीडिया, मैसेजिंग एप और इंटरनेट पर टिकट बुकिंग को लेकर फैल रहे घोटालों का शिकार होने से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है। 

साइबर धोखाधड़ी में आया उछाल 

लाखों लोग आईपीएल टिकट खरीदने के लिए स्पेशल ऑफर की तलाश में है। इस मौके का फायदा उठाते हुए धोखेबाज व्यक्तिगत और वित्तीय डाटा हासिल करने के लिए कई तरह की फर्जी वेबसाइट मोबाइल एप और सोशल मीडिया प्रचार कर रहे हैं। आपको बता दे किया धोखेबाज अक्सर पीड़ितों को छोटी-छोटी जीत और छूट वाली टिकटों का लालच देते हैं। उसके बाद यें लोगों से पैसा लेकर स्कैम कर देते हैं।

फर्जी टिकट बुकिंग पोर्टल और ऐप

आपको बता दे यें साइबर अपराधी टिकट बेचने या फंतासी लीग बोनस देने के लिए फर्जी वेबसाइट और पोर्टल बनाते हैं। भुगतान करने के बाद पीड़ितों को नकली टिकट दे दिया जाता है। 

सोशल मीडिया जीत ऑफर 

सोशल मीडिया पर आपने कई दफा मैच टिकट से संबंधित बंपर ऑफर या फिर जीत ऑफर जैसे पोस्ट और मैसेज देखे होंगे। दरअसल इन पोस्ट संदेश के नीचे एक लिंक होता है जिस पर धोखेबाज क्लिक करने के लिए कहते हैं। इन लिंक पर क्लिक करने के बाद लोगों को अपना व्यक्तिगत विवरण साझा करना होता है। यह विवरण साझा करते ही आपकी व्यक्तिगत जानकारी को बेच दिया जाता है या फिर अनधिकृत लेनदेन के लिए शोषण किया जाता है।

स्पैम ईमेल और व्हाट्सएप संदेश 

कई बार यह फ्रॉड करने वाले लोग आईपीएल ऑफर के रूप में आपको फिशिंग ईमेल और व्हाट्सएप मैसेज भेजते हैं। पी लिंक पर क्लिक करने से आपका फोन में मालवेयर इंस्टॉल हो सकता है और आपका डाटा हार्वेस्टिंग सीटों पर रीडायरेक्ट किया जा सकता है। 

कैसे बचे इन फ्रॉड से 

सबसे पहले आपको आईपीएल टिकट या फिर फैंटसी लीग में अगर शामिल भी होना है तो आप केवल आधिकारिक वेबसाइटों का ही इस्तेमाल करें। इसके अलावा आपको अज्ञात लिंक से बचाना है जो आपको एसएमएस, ईमेल या फिर सोशल मीडिया के माध्यम से भेजे जा सकते हैं। कभी भी अपने बैंक का विवरण, यूपीआई पिन या ओटीपी जैसी संवेदनशील जानकारी साझा ना करें।

कैसे करें धोखाधड़ी की रिपोर्ट 

अगर आपको किसी फौजी वेबसाइट या घोटाले के लिंक पर शक होता है या आप स्वयं धोखाधड़ी के शिकार होते हैं तो आप साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा आप राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल cybercrime.gov.in पर जाकर भी रिपोर्ट कर सकते हैं।

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