Composite School Grant: वित्तीय वर्ष 2024-25 31 मार्च को समाप्त होने वाला है। ऐसे में राजस्थान के सभी सरकारी स्कूलों को कंपोजिट स्कूल ग्रांट के तहत दिए गए 310.92 लख रुपए एक दिन के अंदर खर्च करने हैं। यह संख्या अकेले पाली जिले की है। जबकि राज्य भर के लगभग 65000 सरकारी स्कूलों के लिए 111 करोड रुपए से अधिक की कुल स्वीकृत राशि है। अगर यह धनराशि समय सीमा तक कर्ज नहीं की जाती है तो इसे सरकारी खाते में वापस कर दिया जाएगा।
समय सीमा के बीच तेजी से वितरण
पाली में यह राशि मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंची थी और बाद में 29 मार्च तक पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी को दे दी गई थी 30 मार्च को रविवार होने और वित्तीय वर्ष 31 मार्च को समाप्त होने की वजह से स्कूलों के पास बिजली पानी और बाकी जरूरी की चीजों पर धनराशि कर्ज करने के लिए काफी कम समय है। अगर आसान शब्दों में कहें तो स्कूलों के पास मात्र एक दिन का समय है।
नामांकन के आधार पर आवंटन
दरअसल समग्र विद्यालय अनुदान हर विद्यालय में नामांकित छात्रों की संख्या के आधार पर ही वितरित किया जाता है। आवंटन ₹10000 से लेकर 75000 प्रति विद्यालय तक होता है ताकि यह पक्का हो सके कि दैनिक परिचालक व और सुविधाओं के रखरखाव के लिए सभी को धन मिले। आपको बता दें कि पाली के अलावा अन्य जिलों को भी इसी तरह से अनुदान स्वीकृत किए गए हैं जिसमें जालौर और सिरोही आते हैं। जालौर को 365.25 लाख और सिरोही को 190.08 रुपए मिले हैं।
हालांकि अधिकारियों का तर्क है की वित्तीय वर्ष के अंत में 2 दिन की छुट्टी के साथ स्कूलों को अगले महीने में इस धनराशि को खर्च करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
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