Rajasthan temple: अगर आप भी अपने परिवार या महिला मित्र के साथ राजस्थान के धार्मिक स्थान का भ्रमण करने का सोच रहे हैं तो राजस्थान के दौसा जिले के हर्षित माता मंदिर सबसे फेमस स्थान में से एक माना जाएगा। दरअसल इस मंदिर की मान्यता बहुत अधिक मानी जाती है। यहां हर रोज सैकड़ों भक्त आतें रहते है। वहीं इस मंदिर के आस पास की सुन्दरता लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
बता दे कि यह मंदिर स्थानीय देवी हर्षत माता को समर्पित हैं। इस मंदिर पर इस्लामिक शासकों द्वारा आक्रमणक कर नष्ट कर दिया गया है। लेकिन अभी इस मंदिर में सिर्फ खंडर ही बचें हुए हैं। यहां पर आज के समय में आपको एक भव्य खुले आंगन में स्तंभों और दीवारों पर नक्काशी के साथ अदभुद मूर्तियों दिखाई देगी। जो देखने में बेहद आकर्षक है। यहां की आस पास के इलाके बेहद मनमोहक है इसलिए यहां पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। आप ही राजस्थान जा रहे हो तो एक बार यहा जरूर जाएं।
हर्षित माता मंदिर की स्थापना
इस मंदिर का निर्माण 8 वीं शताब्दी में चौहान वंश के राजा चांद सिंह ने करबाया था, जो लगभग 3000 साल से आधिक पुराना माना जाता है। यह मंदिर दौसा के आभानेरी गांव में स्थित है। इस मंदिर को लेकर यहां के स्थानीय लोगो का यह मानना है कि आभानेरी में शांति और खुशी ‘देवी हर्षत माता’ के आशीर्वाद के कारण था। इस मंदिर की मान्यता पूर्वजों के समय से ही है। अगर आप घूमने जा रहें हैं तो एक बार यह मंदिर का दर्शन जरूर करें। साथ ही यहां के आस पास के मनमोहक वातावरण का लुप्त जरूर लें।
हर्षित माता मंदिर की मुख्य बातें।
इस मंदिर में दर्शन करने से ऐसा माना जाता है आपके भागदौड़ की जिन्दगी से शांति महसूस होती है।
इस मंदिर को कभी भी बंद नहीं किया जाता यह हमेशा खुली ही रहती हैं लेकिन यहां पर्यटकों के आने का समय सुबह 6 बजे से शाम के 7 बजे तक है।
अगर आप हर्षत माता के दर्शन के लिए जा रहे है तो मंदिर में प्रवेश करने के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं लगता है।
आप माता मंदिर घूमने जाने का प्लान कर रहे है तो यहां घूमने का सबसे अच्छा मौसम नवंबर- मार्च का होता है।