Rajasthan News: नागरिकों की बुनियादी जरूरतों का ध्यान रखते हुए भजनलाल सरकार की ओर से कई खास पहल की शुरुआत हुई है। राजस्थान सरकार लगातार स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन और पर्यटन समेत अन्य कई विभागों में जरूरी बदलाव लाकर राज्य की तस्वीर बदलने का काम कर रही है। इसी कड़ी में एक बार फिर सरकार की ओर से अहम कदम उठाए गए हैं। दरअसल, राजस्थान के बड़े और नामी सरकारी अस्पतालों की तस्वीर बदलने की योजना बनी है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर की उपस्थिति में हुई बैठक में स्पष्ट किया गया है कि विभागीय अधिकारी देश के नामी निजी एवं राजकीय अस्पतालों के दौरा करेंगे। इस दौरान उन अस्पतालों में अपनाई जाने वाली चिकित्सा प्रणाली को प्रदेश के राजकीय अस्पतालों में लागू किया जाएगा। इस कदम से स्वास्थ्य व्यवस्था की तस्वीर बदल सकेगी।
मरीजों को मिलेगा बेहतर इलाज!
राजस्थान सरकार की इस पहल से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था नवाचार हो सकेगी। इससे राज्य के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दिए जाने वाले सुविधाओं में इजाफा हो सकेगा। ओपीडी से लेकर ऑपरेशन थिएटर आदि में बेस्ट प्रैक्टिस को लागू किया जाएगा। राजस्थान सरकार ने इस मुहिम के लिए अधिकारियों को चयनित कर उन्हें जिम्मेदारी सौंप दिया है।
दावा किया जा रहा है निकट भविष्य में देश वे नामी अस्पतालों में मिलने वाली सुविधाएं राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में मिलेंगी। इससे मरीजों को लाभ होगा और वे पहले की तुलना में बेहतर इलाज पाकर जल्द स्वस्थ हो सकेंगे। वहीं सरकारी अस्पतालों में इलाज मिलने से उनकी आर्थिक बचत भी जिससे वो अपने अन्य आवश्यक कार्यों को आसानी से निपटा कर अपना जीवन यापन कर सकते हैं।
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने पेश किया आंकड़ा!
राजस्थान सरकार की चिकित्सा शिक्षा विभाग ने एक आवश्यक आंकड़ा पेश किया है। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के हैंडल से दी गई जानकारी के मुताबिक विभाग से संबंधित अस्पतालों में 3.45 करोड़सालाना ओपीडी होती है। वहीं चिकित्सा विभाग से जुड़े अस्पतालों में सालाना 27 लाख से ज्यादा सर्जरी की जाती है। इन आंकड़ों के सामने2आने के बाद ये स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि स्वास्थ्य व्यवस्था की तस्वीर बदलने से लोगों की तकदीर बदलेगी और वे सुखद जीवन व्यतीत कर सकेंगे।