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Rajasthan Tourism: अलवर में करणी माता मंदिर से चक्रधारी हनुमान मंदिर व बाला किला तक 7 किलोमीटर लंबी सड़क का उद्घाटन हो गया है। बीते सप्ताह हुए इस उद्घाटन ने अलवर में पर्यटन को फलने-फूलने का रास्ता दे दिया है।

Rajasthan Tourism: राजस्थान में पर्यटन को रफ्तार दे रही सरकार राज्य के अलग-अलग जिलों की तस्वीर बदलने की कोशिश में है। इसी कड़ी में जयपुर, जैसलमेर, उदयपुर जैसे नामी व प्रतिष्ठ शहरों के अलावा अन्य छोटे-छोटे जनपदों में भी विकास से जुड़े तमाम कार्य किए जा रहे हैं। उदाहरण के तौर पर अलवर जिले की बात करेंगे जहां करणी माता मंदिर से चक्रधारी हनुमान मंदिर व बाला किला तक 7 किलोमीटर लंबी सड़क का उद्घाटन हो गया है। बीते सप्ताह हुए इस उद्घाटन ने अलवर में पर्यटन को फलने-फूलने का रास्ता दे दिया है। दावा किया जा रहा है कि सरकार की इस पहल से अलवर जनपदवासियों के समक्ष अवसरों के द्वार खुलेंगे और साथ ही इस जिले में पर्यटन को चार चांद लग सकेगा।

अलवर में पर्यटन को लगेगा चार चांद

नामी करणी माता मंदिर से चक्रधारी हनुमान मंदिर व बाला किला तक 7 किमी लंबे सड़क का उद्घाटन हो गया है। इसका असर यह होगा कि अब दौसा, भरतपुर के अलावा हरियाणा में नूह और रेवाड़ी जैसे जिलों से अलवर आना जाना आसान होगा। ऐसी स्थिति में ज्यादा संख्या में लोग करणी माता मंदिर तक पहुंच सकेंगे। इसके अलावा सिटी पैलेस, राजकीय संग्रहालय, मूसी महारानी की छतरी, भानगढ़ व गरवा जी झरना पहुँचना भी आसन होगा। इसका आलम ये होगा कि जनपद में पर्यटन को गति मिलेगी। सैलानी उत्तम सड़क के माध्यम से अब और फर्राटा के साथ अलवर पहुँचकर आनंद उठा सकेंगे।

जनपदवासियों की होगी मौज

अलवर के स्थानीय निवासियों की मौज होने वाली है। राजस्थान सरकार की ओर से की गई पहल के कारण राज्य में पर्यटन को रफ्तार मिलेगी। पहले की तुलना में ज्यादा संख्या में सैलानी अलवर की और कूच करेंगे। ऐसी स्थिति में सैलानियों के लिए परिवहन, ठिकाने और खाने का इंतजाम स्थानीय लोग कर सकते हैं। इसके बदले सैलानी उन्हें तय रकम अदा करेंगे और उनके आय बढ़ाने के लिए एक सोर्स के रूप में काम आ सकते हैं।

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