Rajasthan Water Conservation: जल संरक्षण और प्रबंधन पर चर्चा तब और खास हो जाती है, जब हम किसी राज्य को जल संकट का सामना करते देखते हैं। राजस्थान को लेकर एक आम धारणा है कि राज्य में जल का संकट रहता है। रेत से भरे राजस्थान में लोग गर्मी के दिनों में जल संकट को लेकर खासा परेशान नजर आते हैं। विभिन्न सरकारों ने जनता कि इस परेशानी को देखते हुए कई खास कदम भी उठाए हैं।
जल संरक्षण के लिए बेहतर साबित होगा कदम
सरकारों की पहल कई दफा रंग भी लाई है और कई दफा दावे हवा-हवाई रह जाते हैं। हालांकि, अब जल प्रबंधन और संरक्षण के लिए जल शक्ति मंत्रालय की ओर से उदयपुर में एक खास कार्यक्रम का आयोजन किए जाने वाला है। इस कार्यक्रम के जरिए राजस्थान के अलावा देश के अलग-अलग राज्यों में जल प्रबंधन और संरक्षण के कई तरीके बताए जाएंगे। आसार जताए जा रहे हैं कि इस कार्यक्रम से निकलने वाला आउटपुट निकट भविष्य में जल संरक्षण के लिए बेहतर साबित होगा और लोगों को इसका लाभ हो सकेगा।
जल प्रबंधन के लिए आयोजित होगा खास कार्यक्रम!
जल शक्ति मंत्रालय की ओर से 18 और 19 फरवरी को उदयपुर में जल संरक्षण एवं प्रबंधन के लिए इंडिया वाटर विजन-2047 कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान देशभर से विभिन्न डेलिगेट्स उदयपुर पहुंचेंगे। अधिकारियों का एक पैनल भी इंडिया वाटर विजन-2047 कार्यक्रम का हिस्सा बनेगा। विशेषज्ञों की उपस्थिति में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में जल प्रबंधन और संरक्षण के तरीके सुझाए जाएंगे। इस दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की भी उपस्थिति कार्यक्रम में होगी।
इंडिया वाटर विजन-2047 कार्यक्रम
दावा किया जा रहा है कि इंडिया वाटर विजन-2047 कार्यक्रम से निकलने वाला आउटपुट निश्चित रूप से जल संरक्षण की दशा-दिशा को रफ्तार देगा। इससे राजस्थान के साथ देश के अलग-अलग राज्यों में भी जल संकट से उभरने में मदद मिल सकेगा। किसी, नौजवान, पुरुष, महिला समेत समाज का हर वर्ग जल संकट से निपटारा पाएगा और पेयजल से लेकर फसलों की सिंचाई, व्यापारिक इस्तेमाल व अन्य तमाम चीजों के लिए जल की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में हो सकेगी।
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