Rajasthan Government: राजस्थान में एक बार फिर अवैध पेयजल कनेक्शन के लिए जलदाय विभाग की ओर से नियमित अभियान चलाया जाएगा। कन्हैयालाल चौधरी (जलदाय मंत्री) निर्देश देते हैं कि प्रदेश के राइजिंग लाइन, वितरण पाइप लाइन से अवैध कनेक्शन हटाए जाएंगे और जिन्होंने अवैध कनेक्शन लिए हुए हैं, उनके खिलाफ एफआईआर भी की जाएगी।
राज्य के अवैध पेयजल कनेक्शन धारकों को अब बख्शा नहीं जाएगा। इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। विशेष अभियान में जल योजनाओं पर अवैध जल कनेक्शनों को जब्त किया जाएगा। कन्हैयालाल चौधरी अभियान के संदर्भ में बड़ी सख्ती दिखाते नजर आए।
अवैध कनेक्शन हटाए जाएंगे
साथ ही कनेक्शनों को नियमित करने के लिए भी अभियान चलाया जाएगा और फील्ड अभियंताओं के द्वारा नियमित मॉनिटरिंग करते हुए सघन कार्रवाई भी की जाएगी। इसके अलावा राइजिंग मैन पाइप लाइन, वितरण पाइप लाइन से अवैध कनेक्शनों को भी हटाया जाएगा। अवैध कनेक्शन धारकों के खिलाफ राजकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के जुर्म में एफआईआर भी की जाएगी।
नोटिस के तहत होगी कार्यवाही, देना होगा जुर्माना
विभाग ने आदेश दिया है कि अक्टूबर 2024 के अभियान के साथ और अब तक जितने भी अवैध जल कनेक्शन सामने आए हैं, सभी की नियमित मॉनिटरिंग की जानी चाहिए। साथ ही उन सभी अवैध कनेक्शन धारकों को नोटिस दिया जाना चाहिए। संबंधित नोटिस के जरिए पेनल्टी की सजा भी दी जाए और अगर उनका जल कनेक्शन नियमित नहीं है तो, उनके खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए। अभियान में नियमित रूप से पाइपलाइनों की पेट्रोलिंग होगी और तुरन्त अवैध कनेक्शनो को हटाया जाएगा। साथ ही जल राशि की चोरी को भी तुरंत रोक जाएगा।
61,000 कनेक्शनों को काटा जा चुका है
अवैध कनेक्शन वालों को नोटिस के साथ पेनल्टी भी लगाई गई थी। पेनल्टी न देने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा। अभियान में 61,000 अवैध कनेक्शन देखे गए। जिनमें से 61,253 कनेक्शनों को विभाग ने खत्म कर दिया है। साथ ही अभियान में 84.44 लाख रुपए का जुर्माना भी वसूला गया और 33 अवैध पेयजल कनेक्शन धारकों के खिलाफ एफआईआर भी की गई है।
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