Rajasthan Special Sweet: दीवाली का त्योहार खुशियों और मिठाइयों से भरा होता है, और इस मौके पर मिठाई की डिमांड अपने चरम पर होती है। विशेष रूप से बीकानेर की मिठाईयों की मांग देश-विदेश में अत्यधिक रहती है। बीकानेर की मिठाईयों का स्वाद और उनका निर्माण का तरीका यूनिक है। यहां की मिठाई आमतौर पर घी, तेल, और मावा से नहीं बनती, बल्कि मुख्य सामग्री चीनी होती है। ऐसे में हम जिस इस खास मिठाई की बात कररहे हैं उसका नाम है "बड़क," जो कांच की तरह चमकती और पारदर्शी होती है।
लक्ष्मी जी की प्रिय है ये मिठाई
बीकानेर के बड़ा बाजार स्थित अग्रवाल मिश्री भंडार के संचालक विवेक अग्रवाल ने बताते हैं कि यह मिठाई लक्ष्मी जी की प्रिय मानी जाती है। इसलिए, दीवाली के मौके पर इसकी डिमांड काफी अधिक रहती है। बड़क मिठाई का स्वाद लाजवाब होता है और इसे विशेष रूप से लक्ष्मी जी के भोग के लिए बनाया जाता है। शरद पूर्णिमा से पहले इस मिठाई का निर्माण शुरू होता है, जो दीवाली तक जारी रहता है। बाजार में इसे 160 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जाता है और इसे स्थानीय भाषा में "चपड़ा" भी कहा जाता है।
बड़क मिठाई बनाने की प्रक्रिया
बड़क मिठाई को बनाने की प्रक्रिया बेहद सरल और तेज होती है। विवेक ने बताया कि इस मिठाई को बनाने में केवल आधे घंटे का समय लगता है। सबसे पहले चीनी को पिघलाया जाता है। इसे लगभग 15 मिनट तक गर्म करने पर इसका रंग बदलने लगता है और फिर इसे एक अन्य बर्तन में सूखने के लिए छोड़ दिया जाता है। लगभग 15 मिनट के बाद, यह मिठाई तैयार हो जाती है।
उत्पादन और खपत
यहां परर दिन लगभग 1 से 1.5 क्विंटल बड़क मिठाई बनाई जाती है, जो तेजी से बिक जाती है। दिवाली के महीने में, कुल मिलाकर 30 से 40 क्विंटल से बड़क मिठाई तैयार की जाती है, जो इस त्योहार की मिठाईयों में एक खास स्थान रखती है।
आप भी इसे जरूर आजमाएं
बीकानेर की बड़क मिठाई सिर्फ एक मिठाई नहीं है, बल्कि यह इस शहर की सांस्कृतिक धरोहर और त्योहारों की खुशी का प्रतीक है। इसकी अनूठी विशेषताएं और बनाने की विधि इसे अन्य मिठाईयों से अलग करती हैं। इस दीवाली, अगर आप बीकानेर की बड़क मिठाई का स्वाद लेना चाहते हैं, तो इसे जरूर आजमाएं और अपने त्योहार को और भी खास बनाएं।