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Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई सलमान खान के पीछे हाथ धोकर पड़ा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लॉरेंस बिश्नोई सलमान के पीछे क्यों पड़ा है, वो कौन है और वो किस समाज से आता है?

Lawrence Bishnoi: इन दिनों लॉरेंस बिश्नोई का नाम काफी ज्यादा चर्चा में है। अक्सर दिल्ली या अन्य जगहों पर होने वाली आपराधिक घटनाओं में लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आता है। लॉरेंस बिश्नोई ने बॉलीवुड स्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी भी दी थी क्योंकि उन्होंने कथित काले हिरण का शिकार किया था। ऐसे में काफी लोगों के जहन में ये सवाल उठता है कि आखिर लॉरेंस बिश्नोई कौन है? बिश्नोई समाज क्या है और वो लोग काले हिरण को इतना खास क्यों मानते हैं? 

कौन है लॉरेंस बिश्नोई?

बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई एक गैंगस्टर है, जो पंजाब के फाजिल्का के दूतारावली गांव का है। चंडीगढ़ में पढ़ाई के दौरान ही उसने आपराधिक दुनिया में कदम रखा और आज लॉरेंस बिश्नोई आपराधिक दुनिया में एक बड़ा नाम हो चुका है। लॉरेंस बिश्नोई 2014 से ही जेल में बंद है और हाल में वो गुजरात की साबरमती जेल में है। इससे पहले वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था। इस तरह वह कई अलग-अलग राज्यों की अलग-अलग जेल में बंद रहा है। लॉरेंस ने जेल के अंदर से ही अपने बिश्नोई गैंग को इतना बड़ा कर दिया कि आज उसने जेल में ही बैठकर पूरे देश में खौफ का माहौल पैदा कर रखा है।

गैंग में 700 से ज्यादा शूटर

कहा जाता है कि उसके गिरोह में 700 से ज्यादा शूटर हैं। ये शूटर देश के अलग-अलग राज्यों के अलग-अलग शहरों में तो हैं ही, साथ ही अलग-अलग देशों में भी है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने दो साल पहले पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की थी। इसके बाद बिश्नोई गैंग ने सलमान खान के घर पर फायरिंग की आर काफी समय से सलमान को जान से मारने की फिराक में है। इसके बाद बीते साल 2023 में बिश्नोई गैंग के गुर्गों ने करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या कर दी थी।

इस साल दशहरे के दिन एनसीपी नेता और सलमान खान के करीबी दोस्त बाबा सिद्दीकी की हत्या भी कर दी गई। इसकी भी जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ली। इन सभी आपराधिक घटनाओं की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी। कहा जाता है कि बिश्नोई समाज का खून-खराबे से कोई लेना-देना नहीं है। बिश्नोई समाज तो अहिंसा  के लिए जाना जाता है।

अहिंसा के लिए जाना जाता है बिश्नोई समाज

अहिंसा के लिए जाना जाने वाला बिश्नोई समाज हिंदू तो है, लेकिन उनका अपना अलग पंथ है। इस पंथ की शुरुआत गुरु जंभेश्वर जी महाराज ने की थी, जो इस पंथ के प्रवर्तक हैं। गुरु जंभेश्वर जी महाराज एक संत और एक दार्शनिक थे। सन 1451 में जंभेश्वर जी का जन्म  राजस्थान के नागौर जिले के एक गांव पीपासर में हुआ था। जन्म से ही जंभेश्वर जी का प्रकृति के प्रति बहुत ज्यादा लगाव था। उन्होंने लोगों को भी यही समझाया कि उन्हें प्रकृति की देखभाल करनी चाहिए।

29 नियमों का पालन करता है बिश्नोई समाज

सन् 1485 में जंभेश्वर महाराज ने बीकानेर में एक अलग पंथ की शुरुआत की। इस पंथ में उन्होंने 29 नियम बनाए और इन्हीं 29 नियमों को मानने वाले समाज का नाम बिश्नोई समाज पड़ा क्योंकि 20 को विश और 9 को नोई कहा जाता था। बिश्नोई समाज के लोग विष्णु भगवान को बहुत मानते हैं और ऐसी भी मान्यता है कि बिश्नोई समाज का नाम विष्णु भगवान के नाम पर पड़ा है। इन 29 नियमों के आधार पर ही जंभेश्वर जी ने बताया कि कैसे जीवन जीना चाहिए। उन्होंने बताया कि पेड़-पौधों की रक्षा करनी चाहिए और जीव जंतुओं पर दया करनी चाहिए। उन्हें मारना नहीं चाहिए और किस तरह से भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। ये सभी नियम उन 29 नियमों में शामिल हैं। 

प्रकृति की करते हैं पूजा

बिश्नोई समाज के लोग प्रकृति को पूजते हैं और वो प्रकृति की खातिर अपनी जान भी दे सकते हैं। राजस्थान में एक बहुत ही फेमस पेड़ खेजड़ी है। इस पेड़ को बिश्नोई समाज के लोग बहुत ज्यादा पवित्र मानते हैं और इसकी पूजा करते हैं। इस खेजड़ी वृक्ष को लेकर एक कहानी काफी प्रचलित है। कहानी है कि राजस्थान के जोधपुर राजा अभय सिंह महल बनवाना चाहते थे। महल बनवाने के लिए लकड़ी की जरूरत थी। राजा के लोग खेजड़ी वृक्ष को काटने के लिए जोधपुर के गांव खेजड़ली गए थे। उस गांव के लोगों ने उस पेड़ को काटने का विरोध किया। तब अमृता देवी बेनीवाल नाम की महिला ने बहादुरी दिखाई।

सैनिकों ने अमृता को बेटियों समेत उतारा मौत के घाट

जब राजा के लोग अमृता देवी के खेत में आए तो अमृता देवी अपनी तीन बेटियों के साथ पेड़ों से लिपट गईं और राजा के लोगों से अड़ गईं कि पेड़ों को नहीं काटने देंगे। चाहे उसके लिए उनकी जान ही क्यों न चली जाए। राजा के निर्दयी लोगों ने उन चारों पर तलवार चला दी। इस तरह अमृता देवी और उसकी तीनों बेटियों को मौत के घाट उतार दिया गया। इस खबर को सुनकर आसपास के लोगों ने भी पेड़ों के काटने का विरोध किया और सभी खेजड़ी के पेड़ों से लिपट गए। 

363 लोगों ने पेड़ों को बचाने के लिए दी जान

कहा जाता है कि राजा के निर्दयी सैनिकों ने पेड़ों से लिपटने वाले 363 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। जब राजा को इस घटना की जानकारी मिली, तो उन्हें बहुत शर्म आई और वह दौड़े-दौड़े खेजड़ली गांव आए और वहां के लोगों को वचन दिया कि आज के बाद कोई भी खेजड़ली के पेड़ों को नहीं कटेगा। इस तरह आप समझ सकते हैं कि बिश्नोई समाज पेड़ों से कितना प्यार करता है। 

पशुओं से भी बेतहाशा प्यार करता है बिश्नोई समाज

बता दें कि बिश्नोई समाज सिर्फ पेड़ों से ही नहीं बल्कि पशुओं से भी बेतहाशा प्यार करता है। बिश्नोई समाज काले हिरण को अपना पूर्वज मानते हैं और उनकी पूजा करते हैं। उनकी मान्यता है कि अगले जन्म में वह काले हिरण ही बनेंगे। बिश्नोई समाज की महिलाएं अपने बच्चों की तरह ही काले हिरण को अपने स्तन से दूध पिलाती हैं। उनका मानना है कि उनके गुरु जंभेश्वर महाराज ने कहा था कि कि मेरे जाने के बाद काले हिरण को उन्हीं का स्वरूप मानें और उनकी देखभाल करें। बिश्नोई समाज का मानना है कि काला हिरण गुरु जंभेश्वर महाराज का ही रूप है। अब सवाल उठता है कि आखिर लॉरेंस बिश्नोई की बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान से क्या दुश्मनी है? 

लॉरेंस बिश्नोई की सलमान खान से दुश्मनी क्यों 

ये बात है सन 1998 की, जब सलमान खान एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में जोधपुर गए थे। फिल्म का नाम था हम साथ-साथ हैं। उस फिल्म की शूटिंग के दौरान बिश्नोई समाज को खबर मिली कि सलमान खान और उनके अन्य साथी सैफ अली खान, सोनाली बेंद्रे, तब्बू, नीलम आदि ने काले हिरण का शिकार किया था। वो लोग चिंकारा को भी मार रहे थे। इस बात से बिश्नोई समाज इतना नाराज हुआ कि वह कोर्ट तक पहुंच गए। कोर्ट से सलमान खान के अन्य साथी तो बरी हो गए लेकिन सलमान खान को 5 साल की सजा सुनाई गई। एक सप्ताह उन्हें जोधपुर की जेल में भी रहना पड़ा था। हालांकि उसके बाद उन्हें जमानत मिल गई। 

लॉरेंस बिश्नोई ने नहीं छोड़ा सलमान का पीछा

जमानत के बाद वह रिहा तो हो गए, लेकिन इस मामले ने उनका अब तक पीछा नहीं छोड़ा है। सन 2018 में जोधपुर की कोर्ट में जब लॉरेंस बिश्नोई को पेश किया गया, तो लॉरेंस ने सलमान खान को एक इंटरव्यू के दौरान जान से मारने धमकी दी। यह धमकी काले हिरण का शिकार करने के मामले में ही दी थी। काला हिरण ही लॉरेंस बिश्नोई और सलमान खान की दुश्मनी की असली वजह है क्योंकि लॉरेंस भी बिश्नोई समाज से ताल्लुक रखता है। कहा जा रहा है कि जब यह घटना हुई थी, तो लॉरेंस उस समय मात्र 5 साल का था और उसके मन में ये घटना रह गई। अब वो इसी घटना का बदला लेने के लिए सलमान खान को मारना चाहता है। इसी कारण वो कई बार सलमान खान को धमकी भी दे चुका है और उनके घर के बाहर फायरिंग भी करवा चुका है।

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