rajasthanone Logo
Nagaur Bhairu Baba Temple: मारोठ गांव में एक अनोखे और चमत्कारी भैरू बाबा मंदिर है, जहां दूर -दूर से लोग दर्शन के लिए पहुंचते है। इस मंदिर की कई खासियत है।

Nagaur Bhairu Baba Temple: राजस्थान में कई मंदिर हैं जो अपने आप में कई खासियत को समेटे हुए हैं। ऐसा ही एक विश्व प्रसिद्ध मंदिर नागौर जिले के मारोठ गांव में भी स्थित है। जो अपनी अनोखी और चमत्कारी परंपरा के लिए जाना जाता है। सीकर-नागौर मार्ग पर स्थित भैरू बाबा मंदिर में दूर दराज से लोग आते हैं।

पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए आते हैं भक्त

मंदिर में भक्त जोड़े में आते हैं और पुत्र रत्न की प्राप्ति की मन्नतें मांगते हैं। मंदिर के गर्भगृह में भैरू बाबा की विशाल मूर्ति स्थित है। यहां के पूजा स्थल के समीप ही ढूंढा बना है, जहां अक्सर पुजारी साधना में बैठे रहते हैं। मंदिर दो भागों में बांटा हुआ है। जहां एक हजार से ज्यादा लोग एक साथ बैठकर भजन कीर्तन कर सकते हैं। रात्रि विश्राम के लिए इस मंदिर परिसर में एक अलग से भवन है।

चढ़ावे के बकरों का होता है रखरखाव

बता दें इस मंदिर में श्रद्धालु बकरे का चढ़ावा चढ़ाते हैं। मान्यता यह है कि जिन भक्तों की मन्नत पूरी होती है, वो भैरव बाबा को भेट स्वरूप बकरा लाता है। लेकिन खास बात यह चढ़ावे के बकरों को बेचा या फिर काटा नहीं जाता बल्कि इनके रखरखाव के लिए यहां एक बकराशाला संचालित होती है। भैरू बाबा मंदिर कमेटी द्वारा संचालित इस शाला में लगभग 200 बकरों का रखरखाव किया जाता है। जहां सभी बकरों की देखभाल की जाती है।

100 सालों से पुरानी है बकराशाला 

इस बकराशाला का इतिहास लगभग 100 साल से पुराना है। इस बकराशाला की स्थापना 23 सितंबर 1922 को जीव दया पालक समिति नामक ट्रस्ट ने की थी। हालांकि शुरुआती दिनों में यहां बकरों की बलि दी जाती थी। लेकिन बाद में जैन समाज के लोगों ने गांव के सामने प्रस्ताव इन्हें न मारने का प्रस्ताव रखा। जिसके बाद यहां बकरों को आमरण रखा जाने लगा और अब इस बकराशला को भैरव बाबा के 'अमर' बकरे कहा जाता है।

5379487