Galta Ji Temple: भारत में ऐसी कई प्राचीन मंदिर हैं, जहां भक्तों की गहरी आस्था देखने को मिलती है। देश के कई मंदिर आज भी अपनी सांस्कृतिक विरासक को जोड़े हुए है। इन्हीं में एक मशहूर है राजस्थान के जयपुर का गलताजी मंदिर जो अपने प्राचीन इतिहास और कलाकारी के देश-विदेश में फेमस है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको इस खास मंदिर से जुड़ी से सभी जानकारी बताएंगे।
मंदिर का इतिहास
इस मंदिर को दीवान राव कृपाराम द्वारा 18वीं सदी में बनवाया गया था। आपको बता दें कि कृपाराम राजा सवाई जय सिंह के दरबार में दीवान थे। यह मंदिर जयपुर के रीगल शहर के बाहरी इलाकों में स्थित है। इस मंदिर को जयपुर के फेमस धार्मिक स्थलों में एक माना जाता है। यह प्राचीन मंदिर अरावली की ऊंची पहाड़ियों पर स्थित है।
मंदिर की कलाकारी
जयपुर का गलताजी मंदिर अरावली की पहाड़ियों में घने पेड़ो और झाड़ियों से घिरा हुआ है। इस मंदिर की कलाकारी गोल छतों और खंभो में बनें चित्रों में नजर आती है। इस मंदिर के परिसर में आपको भगवान राम, भगवान श्री कृष्ण और हुनमान जी के मंदिर दिखाई देते हैं।
मंदिरों के अलावा आपको इस मंदिर में कई कुंड देखने को मिल जाएंगे। इस मंदिर के दर्शन ना केवल देशी बल्कि विदेशी भक्त भी करने आते हैं। इस मंदिर में आप भक्ति गीत, भजन, लाइव प्रदर्शन और कई कार्यक्रम को देख सकते हैं।
बंदर का मंदिर क्यों कहते है
यह मंदिर शहर के शोर से दूर अरावली पहाड़ियों पर शांत वातावरण में स्थित है। इस मंदिर की खास बात यह है कि इसे बंदर का मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर के परिसर में आपको कई चंचल बंदर देखने को मिल जाएंगे, लेकिन यह बंदर दर्शन करने आए भक्तों को किसी भी प्रकार के नुकसान नहीं पहुंचाते है। यहां के बंदर सुबह शाम मंदिर के आसपास घूमते हुए दिखाई देते हैं।