Rain God : राजस्थान में पानी की समस्या कोई नई समस्या नहीं है। यहां का इलाका शुष्क और गर्म रहता है। जिस कारण यहां बारिश भी सामान्य से कम होती है। आपने सुना होगा कि भारत में कई ऐसे गांव है जहां बारिश के लिए पूजा पाठ और अनुष्ठान तक किया जाता है। यह परंपरा आज के इस आधुनिक युग में भी जीवित है। राजस्थान की राजधानी जयपुर के गदड़ी गांव में स्थित बुढ़ल्या बालाजी है। ये एक ऐसा अनूठा स्थल है यहां के बारिश के लिए बुढ़ल्या बालाजी की पूजा अर्चना और यज्ञ करने से बारिश शुरू हो जाती है। कई वर्षों से गांव के लोग इस परंपरा को निभाते आ रहे हैं।
बारिश के लिए मंगलवार और शनिवार के दिन मांगी जाती है मन्नत
लोगों का मानना है कि जब गांव में बारिश नहीं होती है तब ग्रामीण बुढ़ल्या बालाजी मंदिर पहुंचते हैं और विशेष पूजा करते हैं। ऐसा करने से बारिश हो जाती है। बुढ़ल्या बालाजी का मंदिर जयपुर जिले के गदड़ी गांव में स्थित है।बालाजी खेतों के रेतीले भूभाग में स्थित है । मंदिर के गर्भग्री में विशाल मूर्ति स्थापित है। मंदिर के बाहर एक खेजड़ी का पेड़ भीहै। भक्त मन्नत मांगने के लिए मंगलवार और शनिवार के दिन यहां आते हैं।
ग्रामीणों के सहयोग से हुआ मंदिर का निर्माण
इस मंदिर का निर्माण खास तरीके से किया गया। विशाल भूभाग में स्थित मंदिर के चारों ओर बरामदा नुमा भवन बना है। मध्य भाग में गर्भ ग्रह स्थिति है। भजन कीर्तन करने के लिए एक विशाल भवन भी बनाया गया है। मंदिर में हवा आने देने बहुत सारी हवादार खिड़कियां बनाई गई है। ग्रामीणों के सहयोग से इस मंदिर का निर्माण किया गया।
बुढ़ल्या बालाजी की चमत्कारी मूर्ति
यह मंदिर किसानों के लिए खास है। कहा जाता है कि मूर्ति बरसात के देवता के रूप में स्थित है। सभी गांव में फसलों के लिए पानी की आवश्यकता होती है तब घर से बने पकवान ले जाकर मूर्ति के सामने अर्पित करने विशेष पूजा व अपील करने से बरसात शुरू हो जाती है
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