Bikaners Graduate Hanuman Mandir: राजस्थान के बीकानेर में हनुमान जी का एक अनोखा मंदिर है, जो विद्यार्थियों के बीच भी काफी प्रसिध्द है। यहां स्टूडेंट अपने पास होने के साथ - साथ नौकरी लगाने की गुहार लेकर आते हैं, यही कारण है कि इस मंदिर को ग्रेजुएट हनुमान मंदिर कहा जाता है। आइए हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में जानते हैं इस अनोखे मंदिर की कहानी।
कैसे बनी ग्रेजुएट हनुमान मंदिर की कहानी?
दरअसल, 55 साल पहले बीकानेर के सादुलगंज में मंशापूर्ण हनुमान मंदिर की स्थापना हुई थी,जहां भक्तों की सारी मुराद पूरी हो जाती थी। धीरे - धीरे इस मंदिर में युवाओं की संख्या बढ़ने लगी ख़ासकर मेडिकल और दूसरी फील्ड से पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स की, जिससे इस मंदिर का नया नाम ग्रेजुएट हनुमान मंदिर पड़ गया। अब इस मंदिर में अधिकतर मेडिकल, इंजिनियरिंग और अन्य विषय की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी ही आते हैं।
विद्यार्थी लिख जाते हैं अपने रोल नंबर
यहां आने वाले विद्यार्थी अपना रोल नंबर गर्भ गृह के पीछे की दीवार पर लिख देते हैं, साथ ही एक पर्ची पर हनुमान जी को मैसेज लिखकर गुहार लगाते हैं।‘हनुमान जी प्लीज पास करवा दीजिएगा।‘ यह पर्ची स्टूडेंट हनुमान जी के हाथों में भी थमा देते हैं। यही नहीं स्टूडेंट अपनी नौकरी के लिए भी बजरंगबली से गुहार लगाते हैं, जहां उनकी मुराद भी पूरी होती है।
और पढे़ं...राजस्थान का अनोखा शनि मंदिर: यहां बने हैं तीन चमत्कारी कुंड, जिससे तेल निकालते ही बन जाता है पानी
लोगों की लगती है नौकरी
बीकानेर के ग्रेजुएट हनुमान मंदिर के पुजारी कैलाश शर्मा और शिव प्रकाश शर्मा दावा करते हैं कि मंदिर में गुहार लगाने पर कई विद्यार्थियों की नौकरी भी लगी है। उन्होंने बताया कि कई स्टूडेंट मंदिर में आकर अपनी नौकरी की मनोकामना मांगते हैं।
हनुमान जी की कृपा से उन्हें नौकरी भी मिलती है, यही नहीं नौकरी लगने के बाद या फिर नया व्यवसाय शुरू करने के बाद भी लोग यहां आते रहते हैं, उनका मानना है कि हनुमान जी की कृपा से उनका काम अच्छा चलता है और उन्हें प्रगति मिलती है।