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Jaipur Historical Temple: राजस्थान की राजधानी का बिरला मंदिर एक आकर्षण का केंद्र है। जहां भगवान विष्णु माता लक्ष्मी के साथ विराजमान हैं। इस मंदिर की बाहरी दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं के अलावा सुकरात, ईसा मसीह आदि की भी कलाकृतियां उकेरी गई हैं।

Jaipur Historical Temple: राजस्थान के जयपुर में एक बेहद खूबसूरत मंदिर है, जिसे लक्ष्मी नारायण मंदिर या बिरला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह बिरला मंदिर भगवान लक्ष्मी नारायण यानी भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी को समर्पित है। यह मंदिर मोती डूंगरी पहाड़ियों पर स्थित है। यह सफेद संगमरमर के पत्थर से बना मंदिर काफी प्रचलित है, जो देश- विदेश मे प्रसिद्ध है।

क्या है मंदिर का इतिहास

जयपुर के बिरला मंदिर को बनाने का काम रामानुज दास और घनश्याम बिरला के निर्देशन में शुरू हुआ था। इस मंदिर के निर्माण का काम साल 1977 में शुरू हुआ था और साल 1988 तक चला।इस मंदिर को 22 फरवरी 1988 में भक्तों के लिए खोल दिया गया था। इसे बिरला ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज ने बनवाया था। इसे स्कॉटिश शैली से बनाया गया है। इस मंदिर को बनाने के लिए उस समय के राजा ने एक रुपये में जमीन दे दी थी।

बेहद खूबसूरत नक्काशी

इस मंदिर की खूबसूरती लोगों को बेहद पसंद आती है। इस मंदिर में स्थापित मूर्ति की खूबसूरती देख भक्त मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। इस मंदिर में विष्णु जी और लक्ष्मी जी के साथ ही कई और देवी- देवताओं की मूर्तियां भी हैं। मंदिर की बाहरी दीवारों पर भी ऐतिहासिक कलाकृतियां देखने को मिलती हैं। यहां हिंदू धर्म के अलावा ईसा मसीह, कंफ्यूशियस, गौतम बुद्ध, सुकरात आदि की कलाकृतियां देखने को मिलती है। बहुत से लोग इस मंदिर में की गयी खूबसूरत सूक्ष्म नक्काशी देखने के लिए आते हैं।

दिवाली में लगता है भक्तों का तांता

इस मंदिर के मुख्य गर्भगृह में लक्ष्मी और विष्णु जी की मूर्तियां विराजमान हैं। दिवाली पर इस मंदिर में काफी भीड़ होती है। दूर- दूर से भक्त यहां दर्शन करने आते हैं। कहा जाता है कि जो भी भक्त यहाँ पर अपनी समस्या लेकर आता है, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी उनका निवारण करती हैं

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