rajasthanone Logo
Khatushyam new traffic Route: फाल्गुन मास में आयोजित होने वाले राजस्थान के मशहूर खाटू श्याम जी लक्खी मेले 2025 में 15 से 20 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। भक्तों को जाम और अव्यवस्था से बचाने के लिए प्रशासन की ओर से नया मेप रूट तय किया है।

Khatushyam new traffic Route: राजस्थान का मशहूर खाटू श्याम मंदिर देश की आस्था का मुख्य केंद्र है। हर साल आयोजित होने वाले लक्खी मेले में लाखों श्रद्धालुओं शामिल होते है। पिछले बार से पहले इस साल यह कार्यक्रम अधिक भव्य और सुव्यवस्थित होगा। फाल्गुन मास में होने वाले इस भव्य मेले में लगभग 15 से 20 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। वहीं बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर कमेटी और प्रशासन की ओर से यातायात और पार्किंग की व्यवस्था को ठीक करने के लिए यातायात व पार्किंग के लिए नया ट्रैफिक रूट जारी किया गया है। इससे मेले में आने वाले भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। 

प्रशासन ने तैयार किया खास प्लान
भक्तों को जाम और अव्यवस्था से बचाने के लिए प्रशासन ने वाहनों के आने जाने के लिए नया रूट तय किया है। बता दें कि प्रशासन की ओर से जारी नए मेप के अनुसार छोटे वाहन और नियमित बसें एनएच-52 मंडा मार्ग से होकर निर्धारित पार्किंग स्थलों पर जाएंगी, जिससे मुख्य मंदिर में भीड़ कम होगी।

बनाएं गए है 4 पार्किंग स्पॉट 
भारी भीड़ को देखते हुए इस बार मंदिर के चारों ओर बड़े पार्किंग स्पॉट बनाए गए है। इसमें 52 बीघा क्षेत्र मुख्य पार्किंग के लिए तय किया गया है। वाहनों की निकासी शाहपुरा ग्राम मार्ग से होगी, जिससे मेले के दौरान ट्रैफिक में कोई परेशानी नहीं होगी। साथ ही बसों के संचालन के लिए प्रशासन की ओर से सांवलपुरा मार्ग निर्धारित किया है। इसके अलावा बसों की पार्किंग किसान गौशाला के पास की जाएंगी। इससे भक्तों को मंदिर जानें में आसानी होगी। 

इस साल 12 दिन चलेगा यह मेला  
11 दिन तक चलने वाला यह मेला इस साल 12 दिनों तक आयोजित किया जाएगा। अनुमान है कि इस वर्ष लाखों की संख्या में भक्त मेले में शामिल होगें। ऐसे में प्रसाशन की ओर से कड़ी व्यवस्था के इंतजाम किए जा रहे है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे केवल निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही अपने वाहन पार्क करें।

ये भी पढ़ें:- Maha Shivaratri 2025: राजस्थान के इन मंदिरों में महाशिवरात्रि पर दर्शन मात्र से होंगी सभी मनोकामनाएं पूरी, जाने कहां हैं ये मंदिर

5379487