rajasthanone Logo
Lakhi Mela 2025: हर साल खाटू श्यामजी के अवसर पर का लक्खी मेले का आयोजन किया जाता है। इस साल यह मेला 28 फरवरी से शुरू होगा। चलिए आपको इस मेले की पूरी जानकारी देते हैं।

Lakhi Mela 2025: राजस्थान के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक बाबा खाटू श्याम का लक्खी मेला हर वर्ष 12 दिन के लिए आयोजित किया जाता है। इस बार यह मेला 28 फरवरी से शुरू होकर 11 मार्च तक लगने वाला है। फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी से यह मेला शुरू होता है और द्वादशी के दिन पर इसका समापन होता है। एकादशी के अवसर पर यहां लाखों की संख्या में भक्त आकर भगवान का दर्शन करते हैं।

खाटू श्याम के जन्मदिन पर लगता है भव्य मेला 

राजस्थान के सीकर जिले में स्थित बाबा श्याम का मंदिर भारत के प्रमुख मंदिरों में से एक माना जाता है। हर दिन इस मंदिर में देश भर से लाखों भक्त बाबा के धाम आते हैं। बाबा श्याम के जन्मदिन के खास मौके पर यहां बड़े पैमाने पर मेले का आयोजन किया जाता है। 

क्यों आयोजित होता है लक्खी मेला?

पौराणिक कथाओँ के मुताबिक भगवान श्री कृष्ण ने जब बर्बरीक से उनका शीश मांगा था तब बर्बरीक में पूरी रात भगवान का भजन किया था और फाल्गुन माह के शुक्ल द्वादशी के दिन सुबह स्नान कर भगवान की पूजा की थी। जिसके बाद उन्होंने भगवान श्री कृष्ण के कहने पर अपना सिर काटकर सामने रख दिया था। इसी कारण से हर साल इस अवसर पर सीकर में मेले का आयोजन किया जाता है। 

क्या है इस मेले से जुड़ी मान्यता?

मान्यता है जो भी व्यक्ति फाल्गुन माह के शुक्ल द्वादशी के दिन बाबा श्याम का दर्शन करता है भगवान उससे प्रसन्न होते हैं और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। सालाना लगने वाले इस मेले में लाखों लोग दूर-दूर से आते हैं। इसी कारण से इस मेले की तैयारी लगभग एक महिने पहले से शुरू कर दी जाती है। भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर समिति के द्वारा सभी प्रकार के प्रबंध किए गए हैं।

ये भी पढ़ें:- Dungarpur 5 Shiv Temple: डूंगरपुर के वो 5 प्राचीन शिव मंदिर, जहां केवल शिवरात्री पर नहीं...बल्कि आम दिनों में भी उमड़ती है भीड़

5379487