rajasthanone Logo
राजस्थान में मूछों वाले श्री राम- लक्ष्मण मंदिर लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। यहां हर रोज हजारों भक्त भगवान का दर्शन करने आते हैं। तो जानते हैं भगवान के मूछों की वजह क्या है और यह मंदिर इतना फेमस क्यों है।

अभी तक आपने तस्वीरों और मंदिरों में भगवान श्री राम को बिना मूंछ-दाढी़ के देखा होगा। लेकिन हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें भगवान राम को मूंछ- दाढ़ी लगे हुए हैं। यह मंदिर राजस्थान के खेतड़ी में स्थित है। यह मंदिर लोकआस्था का महत्वपूर्ण केन्द्र माना जाता है। यहां साल भर हजारों लोग आते रहते हैं। ऐसा माना जाता है यहां भगवान की पूजा अर्चना करने से मनोकामना पूरी होती है। भगवान की अद्भुत मूर्ति को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आतें हैं। ऐसे में आइए जानते हैं इस मंदिर से जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में। 

मंदिर का निर्माण

इस मंदिर का निर्माण खेतड़ी के पाचंवे राजा बख्तावर सिंह ने 1826 से 1829 में करवाया था। ऐसा कहा जाता है कि राजा की तीसरी पत्नी रानी चूड़ावत भगवान श्रीराम की आराध्य भक्त थीं। इसलिए रानी के कहने पर राजा ने मंदिर का निर्माण करवाया। इस मंदिर का निर्माण खेतड़ी के प्रसिद्ध तालाब के किनारे कराया गया। इस मंदिर को खेतड़ी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। 

भगवान की मूंछों का तथ्य
 
ऐसा कहा जाता है की रानी चूड़ावत श्री राम की बहुत बड़ी भक्त थी। इसलिए राजा ने रानी के लिए मंदिर का निर्माण करवाया लेकिन रानी का यह मानना था की उनका पहला भगवान उनके पति राजा बख्तावर सिंह हैं जो मू़छ रखते हैं और दूसरे भगवान श्री राम हैं। ऐसे में भगवान श्री राम को भी मूंछ होनी चाहियें। इसलिए इस मंदिर में राजा ने पत्नी के अनुसार भगवान की मूर्ति की स्थापना करवायी, जिसमें श्रीराम और लक्ष्मण दोनों के दाढ़ी-मूंछें हैं। 

बता दें की इस मंदिर का निर्माण उस समय कराया गया है, जब खेतड़ी एक बड़ी रियासत हुआ करता था। उस समय यहां के राजाओं द्वारा सैकड़ों मंदिरों का निर्माण कराया गया था। उस समय सैकड़ों मंदिरों के निर्माण कराने से खेतड़ी को मिनी काशी के रूप में भी जाना जाता था। इस मंदिर में अभी भी हर रोज दूर-दूर से मूंछों वाली अद्भुत मूर्ति को देखने और पूजापाठ करने के लिए हजारों लोग आतें रहते हैं।
 

5379487