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Ajmer Temple: राजस्थान का एक ऐसा मंदिर जहां एक बंदर है, जो आठ सालों से मंदिर में पूजा के दौरान घंटी बजाता है और भजन होने पर उसमें अपनी सेवा भी प्रदान करता है।

Ajmer Temple: राजस्थान का बजरंग गढ़ मंदिर, अजमेर, राजस्थान में स्थित एक प्रसिद्ध और पवित्र हनुमान मंदिर है, जो अजमेर के सुभाष उद्यान के पास स्थित है और जिसे बजरंग बली के रूप में भी जाना जाता है। यह मंदिर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है, इसी वजह से अंग्रेजों को यहां चिकनचाली रूप से चढ़ावा देना बेहद मुश्किल हुआ।

मंदिर की स्थापना

अजमेर के बजरंग गढ़ मंदिर की स्थापना कवल नैन हमीर सिंह लोढ़ा ने करवायी थी। जो अब भक्तों के लिए श्रद्धा और आध्यात्मिकता का केंद्र है। इस मंदिर के बनाने के पीछे एक अनोखा किस्सा है, जो यहां के लोगों में प्रसिद्ध है। ये किस्सा यह था कि पहले इस मंदिर के स्थान पर एक घर के निर्माण की योजना बनाई गई थी, लेकिन जब इस स्थान पर घर बनवाने के लिए खुदाई की गई, उस दौरान यहां हनुमान जी की प्रतिमा प्रकट हुई थी।

जिस कारण यहां घर बनवाने की योजना को छोड़कर इस जगह हनुमान जी की प्रतिमा की स्थापना कर एक विशाल मंदिर का निर्माण करवाया गया था। अजमेर के इस मंदिर तक जाने के लिए सीधी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है, उसके बाद भी इस मंदिर में लोगों की यहां जाकर दर्शन करते हैं। ये मंदिर भक्तो के लिए आस्था का केन्द्र है, जिसकी वजह से इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार के दिन आपको भीड़ देखने को मिल जाएगी।

मंदिर का मनोरम दृश्य

हनुमान जी के इस मंदिर के आस पास के दृश्य बहुत ही मनोरम और आकर्षक हैं, जहां से अजमेर शहर का अद्भुत दृश्य दिखता है। इस मंदिर में भक्तों को प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक शांति का अनुभव होता है। यह मंदिर विशेष रूप से हनुमान जयंती और अन्य प्रमुख हिंदू त्योहारों पर भक्तों की भीड़ से भर जाता है।

अजमेर का बजरंग गढ़ मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि यह स्थान आध्यात्मिक अनुभव, अद्वितीय परंपराओं और समृद्ध इतिहास का भी प्रतीक माना जाता है। यहां आने वाले भक्तों को आध्यात्मिक शांति और भगवान हनुमान के प्रति अटूट श्रद्धा का अनुभव होता है। यह मंदिर राजस्थान के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है और यहां आने वाले पर्यटक भी इस स्थान की अद्वितीयता और इसके धार्मिक महत्व से प्रभावित होते हैं।

मंदिर का पुजारी रामू बंदर

अजमेर के इस बजरंगगढ़ हनुमान मंदिर की एक खास बात ये है कि इस मंदिर का पुजारी एक बंदर है, जिसका नाम रामू है, जो इस मंदिर में सुबह हनुमानजी की पूजा करता है और आरती के दौरान मंदिर में घंटी भी बजाता हैं। रामू सच्चे हनुमान भक्त की तरह तिलक भी लगाता है और यहां दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को आशीर्वाद भी देता है।

शाम के समय होने वाली आरती में रामू घंटियां और झांझ बजाता है और भजन होने पर नृत्य भी करता है। साथ ही जब मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है, तो रामू वहां चुपचाप बैठकर उसे सुनता हैं। रामू मंदिर के सभी धार्मिक क्रियाकलापों में भाग लेता है और उसे मंदिर के रक्षक के रूप में माना जाता है। भक्तों का मानना है कि रामू बालाजी के रूप में मंदिर की रक्षा करता हैं।

बजरंग गढ़ मन्दिर लोकेशन और समय

यह मंदिर जेएलएन सर्कल, सामने श्रीनाथ मॉल, गंज, अजमेर, राजस्थान में है। जिसका समय सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक व शाम 4 से 10 बजे तक रहता है।

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