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Kalyanji Temple Sikar: राजस्थान में मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का एक ऐसा मंदिर है, जहां भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी दिन में अलग रहते हैं। विष्णु जी से पहले लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। 

Kalyanji Temple Sikar: राजस्थान के सीकर जिले में माता लक्ष्मी और विष्णु जी का एक भव्य मंदिर है। इसका नाम श्री कल्याण जी मंदिर है। इस मंदिर की खासियत ये है कि यहां माता लक्ष्मी और विष्णु जी का अलग- अलग मंदिर है, यानी इस मंदिर में मां लक्ष्मी और विष्णु जी अलग- अलग रहते हैं। कहा जाता है कि ये मंदिर 100 साल से भी ज्यादा पुराना है। 

दिन में दूर रहते है लक्ष्मी नारायण

बात दें कि इस मंदिर में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी एक दूसरे से 50 मीटर दूर अपने-अपने मंदिर में रहते हैं। शाम को दोनों की पूजा करके उन्हें गर्भ गृह मे बैठा दिया जाता है। अगली सुबह दोनों को उनके यथा स्थान पर बैठाया जाता हौ। सुबह करीब साढ़े चार बजे पहले माता लक्ष्मी की आरती की जाती है और फिर भगवान नारायण यानी भगवान विष्णु की। कहा जाता है कि देश भर मे ये इकलौता लक्ष्मी नारायण का मंदिर है, जहां लक्ष्मी नारायण दिन में अलग रहते हैं। यह मंदिर सौ सालों से भी पुराना है। यह मंदिर सन् 1921 में बनाया गया था। इस मंदिर का निर्माण सीकर के राजा राव कल्याण सिंह ने कराया था। उन्होंने अपने किले से थोड़ी ही दूरी पर पुराने दूजोद गेट के पास इस मंदिर का निर्माण कराया था। 

मां लक्ष्मी को मिला अलग घर

इस मंदिर को लेकर एक कहानी काफी प्रचलित है। कहा जाता है कि राजा राव कल्याण सिंह ने भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का एक मंदिर बनवाया था। तब मां लक्ष्मी ने उन्हें सपने में दर्शन दिए थे। उन्होंने सपने में आकर उनसे भगवान विष्णु से अलग भवन बनवाने को कहा था। 

विधि-विधान से कराई स्थापना

मंदिर का निर्माण और मां लक्ष्मी के सपने में आने के करीब तीन महीने बाद लक्ष्मी जी के लिए अलग मंदिर बनवाया गया। मंदिर बनवाने के दौरान राजा ने 51 पंडितों को बनारस से बुलाकर विधि-  विधान के साथ मूर्तियों की स्थापना कराई थी। लोगों का कहना है कि राजा अपने सिर पर मूर्तियां रख कर स्थापना कराने लाये थे। 

सिर्फ सावन में चमकते हैं हीरे

कहा जाता है कि भगवान नारायण के सिर पर और ठोडी में हीरे जड़े हुए हैं, जो सिर्फ सावन के महीने में ही चमकते हैं। इस मंदिर में दिन में सात बार पूजा की जाती है। इस मंदिर को पूरी तरह से राजपूत कालीन शैली के अनुसार बनाया गया है।

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