Shiv Temple: राजस्थान में अनेक किले और मंदिर हैं जो उसके शहरों को सुन्दर बनाता है। जिन्हें देखने दूर - दूर सेवा आते हैं। यहां के मंदिरों की मान्यताएं भी अलग - अलग होती है। ऐसे ही एक अनोखा और चमत्कारी मंदिर सीकर और जयपुर की अंतिम सीमा पर स्थिर पचार गांव में स्थित है। इस मंदिर में भगवान शिव का पूरा परिवार विराजता है। यहां भक्त जोड़े में आते हैं और भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं। मान्यता है कि जो लोग यहां जलाभिषेक करते हैं उनकी जोड़ी कभी नहीं टूटती है साथ ही वे लोग हमेशा सुखी रहते हैं।
सोमवार के दिन भक्तों की लगती है भक्तों की भीड़
इस मंदिर में सभी 12 ज्योतिर्लिंगो को स्थापित किया गया है। मान्यता है कि यहां पर कोई नव विवाहित जोड़ा या पति-पत्नी आकर हर सोमवार को भगवान भोलेनाथ का दूध से अभिषेक करते हैं, तो उनकी जोड़ी कभी नहीं टूटती है। और ना ही उनकी शादीशुदा जिंदगी में भी कभी कोई खटास आती। यही कारण है कि सोमवार के दिन यहां पर शादीशुदा जोड़ों का जमवाड़ा लगता है। मंदिर के पुजारी बताते हैं कि कुंवारे, शादीशुदा हर तरह के भक्त यहां आते हैं और पूजा पाठ, जलाभिषेक करते हैं जिससे उनकी मनोकामना पूर्ण होती है।
काँच का बना है पूरा मंदिर
पचार गांव में स्थित इस शिव मंदिर की कई अनोखी और ख़ास बातें हैं। जिसमें से एक भी है कि ये पूरा मंदिर काँच से बना है। चारों तरफ़ काँच से सुंदर - सुंदर आकृतियां बनाई गई हैं। काँच में भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग के साथ भक्तों का चेहरा भी दिखता है, जो काफी मनमोहक और सुंदर लगता है। भगवान शिव के शिवलिंग से निकली लालिमा भक्तों को मंत्र मुग्ध कर देती है। यही कारण है कि इस मंदिर में गुजरात, दिल्ली और जयपुर सहित दूर-दूर श्रध्दालु पहुंचते हैं और अपना मत्था टेकते हैं।