Chambal River: राजस्थान एक ऐसा राज्य है, जो अपनी इतिहास और अनोखी परम्पराओं के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहां की मिट्टी, पानी, जंगल, पहाड़ सभी में कुछ न कुछ अद्भुत कहानियों सुनने को मिलेंगे। आज हम आपको यहां से होकर गुजरने वाली चंबल नदी के बारे में बताएंगे, जो एक श्रापित नदी भी माना जाता है। इसका पानी छूने से भी लोग डर जाते हैं। आखिर ऐसी क्या वजह है, जो लोगों को डराती है? आइए इसके बारे में हम आपको विस्तार से बताते हैं।
चंबल के पानी छूने से भी डरते हैं लोग
देश में कई सारी नदियां हैं, जहां नहाने के बाद मनुष्य के सभी पापों का नाश हो जाता है। देश की इन नदियों को लेकर ऐसी मान्यता शुरू से ही चली आ रही है। यहां बहने वाली- गंगा, गोदावरी, कृष्णा, नर्मदा, यमुना जैसी पवित्र नदियां हैं, जहां नहाने के बाद लोगों के पाप धूल जाते हैं। लेकिन चंबल नदी में ऐसा नहीं होता है। इस नदी को लेकर यह बताया गया है कि इसके पानी में नहाने की बात दूर, छूने से भी इंसान का जीवन नष्ट हो जाता है।
श्रापित नदी के रूप में इसे जानते हैं लोग
चंबल नदी देश में राजस्थान के अलावा मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश से भी होकर गुजरती है। इस नदी को श्रापित नदी के रूप में लोग जानते हैं। इस नदी में राजस्थान के लोग भूलकर भी डुबकी लगाने नहीं जाते हैं। इसके साथ ही एमपी और यूपी के लोग भी इसकी पानी में पांव तक नहीं रखते हैं। इससे बड़ी अनहोनी होने का भय बना रहता है।
राजा ने चंबल नदी में दी थी सैंकड़ों जानवरों की बलि
चंबल नदी को लेकर यह बताया जाता है कि एक समय राजा रतिदेव ने इस चंबल नदी में ही एक दो नहीं, बल्कि सैंकड़ों जानवरों की बलि दे दी थी। यह इसके नदी के इतिहास का सबस खराब दौर था, जब ऐसा भीषण काम एक राजा के द्वारा किया गया था। इस नदी में राजा ने जब सैंकड़ों जानवरों की बलि दी, तब पूरी चंबल नदी लाल रंग में तब्दील हो गई थी। उसके बाद ही सभी लोगों के मन में इस नदी को लेकर एक भय पैदा हो गया।
नहाने के बाद दुख से भर जाता है जीवन
इस बड़ी घटना के बाद से ही इस नदी को लोग श्रापित मानने लगे और नदी किनारे जाने से भी डरने लगे। लोगों का ऐसा मानना है कि इसमें नहाने से जीवन में दुख भरे दिन आ जाते हैं। यहां दी गई सभी जानकारियां एक धार्मिक मान्यताओं पर आधारिक है, जिसकी पुष्टि हम अपनी ओर से नहीं करते हैं।