Govind Dev Ji Temple: जयपुर का प्रसिद्ध गोविंददेवजी मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए भक्तों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए और आने वाले त्योहारों के लिए मंदिर का समय बदल दिया गया है। आपको बता दें कि यह नया समय 31 मार्च 2025 तक लागू रहेगा, जिससे आने वाले हर व्यक्ति को भगवान के दर्शन आराम से हो सकेंगे।
मंदिर प्रशासन के द्वारा तय किए गए समय में भक्त मंदिर में आकर भगवान श्रीठाकुरजी की झांकियों के दर्शन और आरती कर सकेंगे। प्रशासन की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक खास अवसरों पर भक्तों के लिए दर्शन के समय में बदलाव किया गया है, ताकि दूर-दूर से आए श्रद्धालु भगवान की विभिन्न झांकियों के दर्शन कर सकें।
इतने बजे से शुरू हो जाएंगे भगवान के दर्शन
मंदिर के पुजारी अंजन कुमार गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि अब से हर रविवार व हर एकादशी के मौके पर मंगला झांकी के दर्शन के लिए मंदिर को सुबह 4:45 से खोल दिया जाएंगा और भक्त 5:15 बजे तक भगवान के दर्शन कर सकेंगे।
साथ ही सुबह 7:30 बजे से धूप झांकी शुरू कर दी जाएगी। आने वाले खास दिनों पर भगवान की अलग-अलग झांकियां तैयार की जाएंगी। भक्तों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन की ओर से समय में बदलाव किए गए है।
यह मंदिर का नियमित समय:
इस मंदिर में भगवान की अलग-अलग झांकी देखने के लिए लोग दूर-दूर से जयपुर आते है। मंदिर की सुबह मंगला झांकी के साथ होती है, इसके आप सुबह 5:00 बजे मंदिर जाकर दर्शन कर सकते है। यह झांकी केवल 15 मीनट के लिए ही भक्तों के दर्शन के लिए दिखाई जाती है। इसके बाद आप सुबह 9:30 बजे से भगवान की धूप झांकी के दर्शन भी कर सकते है।
साथ ही 10:45 बजे से राजभोग झांकी के दर्शन के लिए भारी संख्या में भक्त यहां आते है। शाम होते ही 5 बजे भगवान की ग्वाल झांकी तैयार की जाती है। भगवान की संझा झांकी के दर्शन कराए जाते है जो शाम 5:45 बजे से 6:45 बजे तक होता है। अंत में शयन झांकी की जाती है जिसके लिए मंदिर को रात 8:00 बजे से 15 मीनट के लिए भक्तों के दर्शन के लिए खोला जाता है।
आने वालें महत्वपूर्ण त्योहार और तिथियां:
1. पुत्रदा एकादशी: 10 जनवरी
2. पूर्णिमा: 13 जनवरी3. षट्तिला एकादशी: 25 जनवरी
4. अमावस्या: 29 जनवरी
5. वसंत पंचमी: 2 फरवरी6. जया एकादशी: 8 फरवरी
7. पूर्णिमा: 12 फरवरी
8. विजया एकादशी: 24 फरवरी
9. अमावस्या: 27 फरवरी
10. आंवला एकादशी: 10 मार्च11. होलिका/श्रीजी की होली: 13 मार्च
12. पूर्णिमा: 14 मार्च
13. पापमोचिनी एकादशी: 25 मार्च
14. अमावस्या: 29 मार्च