rajasthanone Logo
राजस्थान की भजनलाल सरकार राज्य के युवाओं और खिलाड़ियों के लिए सभी जिलों में खेल प्रशिक्षक की नियुक्ति कर रही है। राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद ने प्रक्रिया में ढील दे दी है।

Bhajan Lal Government will Appoint Sport Instructors: राजस्थान की भजनलाल सरकार ने राज्य के युवाओं और खिलाड़ियों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं। राजस्थान के सभी जिलों में खेल प्रशिक्षक की नियुक्ति होंगी। राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के द्वारा नई प्रक्रिया के अनुसार जहां एक तरफ राजस्थान के हर जिले में खेल प्रशिक्षक की नियुक्ति से युवा खिलाड़ी को स्थानीय स्तर पर बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त होगा। तो वहीं दूसरी ओर अब अखिल भारतीय स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं में शामिल हुए खिलाड़ियों को भी खेल प्रशिक्षक बनने का अवसर मिलेगा।

क्रीड़ा परिषद ने किया नियमों को उदार

राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद ने अपने नियमों को उदार बनाकर राजस्थान के युवाओं के लिए नए रास्ते खोल दिए हैं। नए नियम के अनुसार अब अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाला खिलाड़ी भी बतौर खेल प्रशिक्षक(द्रोणाचार्य) बनकर युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर सकेगा। वहीं अभी तक नियम था कि इस पद के लिए किसी खिलाड़ी का अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय सीनियर वर्ग पर प्रतिनिधित्व अथवा एनआईएस से एक वर्षीय डिप्लोमाधारी ही खेल प्रशिक्षक पद के लिए योग्य होता था। यह नियुक्तियां अल्पकालिक खेल प्रशिक्षक पद हेतु की जाएंगी।

500 पदों के लिए होगा चयन

राजस्थान सरकार के द्वारा अल्पकालीन खेल प्रशिक्षक के तौर पर राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद 500 खेल प्रशिक्षक(द्रोणाचार्य) पद हेतु चयन कर रही है। ताकि राज्य के हर जिले के युवा खिलाड़ी को खेल प्रशिक्षकों के साथ ही योग के ज्ञान भी मिल सके। इसलिए योग प्रशिक्षक की भी नियुक्ति की जा रही है। यह सभी भर्तियां राजस्थान सरकार द्वारा अनुबंधित एजेंसी के माध्यम से की जाएंगी। जबकि अब तक इसी प्रक्रिया के तहत 350 अल्पकालिक खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है।

इसलिए देनी पड़ी नियमों में ढील

बता दें राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की तरफ से पिछले काफी समय से यह भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी। किंतु पिछले नियमों के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय सीनियर वर्ग पर प्रतिनिधित्व अथवा एनआईएस से एक वर्षीय डिप्लोमा धारी स्तर के खिलाड़ी नहीं मिल पा रहे थे। इसके बाद ही परिषद के द्वारा इस कमी को पूरा करने हेतु अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाला खिलाड़ियों को बतौर अल्पकालिक खेल प्रशिक्षक नियुक्त करने का फैसला लिया गया। नए नियम के अनुसार प्राप्त आवेदनों में उक्त प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ी को ही वरीयता दी जाएगी।

ये भी पढ़ें-  मजदूर वर्ग के लिए बड़ा तोहफा: भजनलाल सरकार ने बढ़ाई 2 बेटियों की शादी पर सहायता राशि जानें योजना

  

5379487