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प्यार के इजहार का महीना चल रहा है, ऐसे में आपने पार्टनर के साथ जयपुर के इस पैलेस को देखने जाएं जोकि काफी खुबसूरत और मनमोहक है। यहां के वातावरण में काफी सुकून और माहौल खुशनुमा लगता है।

Valentine day: वेलेंटाइन डे यानि खुशी और प्यार का इजहार, जिसको आप अलग-अलग डे के तौर पर सेलिब्रेट भी करते जैसे चॉकलेट डे,रोज़ डे,हग डे,लेकिन आप अपने वेलेंटाइन को और भी खुबसूरत बनाने का और कहीं घूमने का प्लान बना रहें हैं,तो जयपुर के इस जलमहल महल को अपने ट्रिप प्लान में जरूर शामिल करें। यह महल जो पानी के बीचों-बीच बनाई गई है, जिसकी चार मंजिल पानी के अंदर और एक मंजिल उपर नज़र आती है।

क्यों माना जाता है यह खास?

राजस्थान जिसे घूमने का अगर एक बार मन बना लिया तो आप यहां काफी खास चीजों का लुत्फ उठा सकते हैं। राजस्थान के इतिहास को समेटे हुए ऐसी एक जगह है जलमहल। जयपुर में स्थित जलमहल, जयपुर के सबसे बेशकीमती टूरिस्ट स्पोर्ट्स में से एक है।

कब आए यहां घूमने?

 अगर आपने यहां घूमने का मन बना लिया है तो बता देंकि,जयपुर घूमने के लिए नवम्बर से फरवरी का समय सबसे बेस्ट है। यहां मुख्य आर्कषण के तौर पर जलमहल के अलावा आप जयपुर की कई ऐतिहासिक इमारतें देख सकते हैं।जिनमें हवामहल, आमेर का किला, नाहरगढ़ का किला किला खास तौर पर शामिल है।

क्या है जलमहल का इतिहास

 आमेर के महाराज ने 1799 में इस महल का निर्माण करवाया था, जलमहल के निर्माण के पीछे की वजह यह बताई जाती है कि जब 15 वीं शताब्दी में इस क्षेत्र में अकाल पड़ने पर आमेर के शासक ने बांध बनाने का तय किया जिससे कि आमेर और अमागढ़ के पहाड़ों से निकलने वाली पानी को इकठ्ठा किया जा सके और पानी के निकास के लिए पानी के भीतर 3 आंतरिक दरवाजे बनाये और मानसागर झील बनाकर तैयार की गई।

पानी के बीचों-बीच है यह महल

बताया जाता है कि जलमहल की पांच मंजिला इमारत इस झील की सुंदरता मे चार चाँद लगाती है। यह महल उस समय के राजाओं के आकर्षण का केंद्र थी और राजा अक्सर नाव में बैठ इसकी सैर किया करते थे। राजा सवाई जयसिंह ने झील के बीचों-बीच महल बनाने का निश्चय किया जिससे कि वह अश्वमेघ यज्ञ के बाद अपनी रानी और पंडितों के साथ झील के बीच में शाही स्नान कर सके। झील के बीच अपनी दास्तां सुनाता जलमहल पांच मंज़िला इमारत है, जिसकी 4 मंजिल पानी के भीतर बनी हैं और एक पानी के ऊपर नजर आती है। जो इसके प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।

 

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