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Roasted Gram Bussiness: रोस्टेड चना राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित तिलवाड़ा मेले में बिकता है। इस बिजनेस को कर व्यापारी काफी बेहतर मुनाफा कमा रहे हैं। इस तरह के भुने हुए चने को बालू में भूना जाता है। जिससे कि वह स्वाद में बेहद स्वादिष्ट होता है।

Tilwara Mela In Rajasthan: गांव के लोग बड़े चाव से और अक्सर भूंजा खाने के शौकीन होते हैं। इसे शाम के समय का हल्का सा नाश्ता के तौर पर खाया जाता है। अक्सर हम गांव में इस तरह के अनोखे व्यंजन का स्वाद चखते हैं। इस तरह के रोस्टेड अनाज को भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है। जैसे पश्चिम बंगाल में इसे भेल तो बिहार में भुंजा कहते हैं। इसे बनाने के लिए कई सारे अलग-अलग अनाज को भून कर इकट्ठा कर बड़े चाव से खाया जाता है। जो स्वाद में भी बेहद लजीज लगता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की इन्हीं भुने अनाज को बेचकर यानी रोस्टेड अनाज को बेचकर व्यापारी करोड़ों का बिजनेस कर रहे हैं। जी हां आज मैं आपको बताऊंगी कि किस तरह से राजस्थान के तिलवाड़ा मेले में भुने हुए चने को बेचकर व्यापारी करोड़ों रुपए कमा रहे हैं।

इस मेले में बिकता है भूना हुआ चना

राजस्थान के बाड़मेर जिले में तिलवाड़ा मेले में यह स्वादिष्ट भुना हुआ चना बिकता है। जो की स्वाद में बेहद स्वादिष्ट होता है। यहां भुने हुए चने को बेचने वाले व्यापारी यह बताते हैं कि इस मेले में भुने हुए चने की बिक्री अच्छी होती है। जिस वजह से उनकी कमाई काफी बेहतर होती है। वह कहते हैं कि यहां कुछ दिनों में करोड़ों रुपए के रोस्टेड चने बिक जाते हैं। जो कि व्यापार के लिए बेहद फायदेमंद होता है।

यहां भोग के तौर पर चढ़ाया जाता है भुना हुआ चना

आपको बता दें कि मेले में भगवान मल्लिनाथ जी को भक्त भुने हुए चने का प्रसाद चढ़ाते हैं और फिर उस प्रसाद को ईश्वर का आशीर्वाद समझ अपने घर भी ले जाते हैं। यही वजह है कि यहां हर साल बड़े स्तर पर तिलवाड़ा पशु मेला लगता है। जिसमें कई दुकानें सिर्फ रोस्टेड चना बेचने के लिए लगती है। क्योंकि जो भी यहां आता है वह बिना इस भुने हुए चने को खरीदें घर नहीं लौटता है।

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यह रोस्टेड चना स्वाद में होता है बेहद खास

किसी भी स्वादिष्ट व्यंजन के पीछे उसकी स्पेशल इनग्रेडिएंट का राज छुपा होता है। वैसे ही इस रोस्टेड चने के स्वादिष्ट होने के पीछे का राज यह है कि इस चने को बलुई मिट्टी में भूना जाता है। जिससे कि यह स्वाद में काफी सोंधी सोंधी लगता है और टिकाऊ भी रहता है। स्वाद में लजीज इस भुने हुए चने को खाने सिर्फ राजस्थान और आसपास के जिले के लोग ही नहीं बल्कि दूसरे शहर से भी लोग आते हैं।

इस भुने हुए चने को बेचकर करोड़ों की होती है कमाई

तिलवाड़ा मेले में भुने हुए चने के व्यापारी यह बताते हैं कि इसकी बिक्री यहां काफी बेहतर होती है। बहुत कम समय में यहां व्यापारी इस बिजनेस को कर करोड़ों रुपए कमाते हैं। चूंकी इस बिजनेस को करने से व्यापारियों को मुनाफा भी हो रहा है। यही वजह है कि इस बिजनेस को कई पीढ़ियों से यहां के व्यापारी कर रहे हैं।

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