Rajasthan Arms Museum: राजस्थान के पहले शास्त्र म्यूजियम को जनता के लिए ओपन कर दिया गया है। भूपेंद्र यादव (केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री) और संजय शर्मा (वन राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार) ने म्यूजियम को जानता को सौंपा। अब कोई भी व्यक्ति इस म्यूजियम में रखे ऐतिहासिक शस्त्रों को देख सकता है। इससे अलवर जिले के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा करणी माता सड़क पर वाहन फर्राटे से चल सकेंगे। मंत्रियों ने जिप्सियों से करणी माता मंदिर पहुंचकर इसका लोकार्पण किया।
अलवर में होगा पर्यटकों का जमावड़ा
अलवर में प्रतापबंध से करणी माता, चक्रधारी हनुमान मंदिर और बाला किला तक 1 करोड़ 70 लाख रुपए से 7 किलोमीटर लंबी सड़क का लोकार्पण किया गया। साथ ही बाला किला में 50 लाख रुपए से वेपन म्यूजियम का भी अवलोकन किया गया। इसके अलावा करणी माता मंदिर और चक्रधारी हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना करके खुशहाली की कामना की गई।
भूपेंद्र यादव (केंद्रीय मंत्री) ने कहा कि इस 7 किलोमीटर लंबी सड़क के बनने से श्रद्धालुओं को करणी माता मंदिर और चक्रधारी हनुमान मंदिर के दर्शन करने के लिए यातायात में सुविधा होगी। साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। डबल इंजन की सरकार प्रधानमंत्री मोदी जी की नेतृत्व में जनता के कल्याण के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। अलवर को पर्यटन हब बनाने की दिशा में जनता की सहभागिता से कईं प्रयास किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में ये भी थे मौजूद
म्यूजियम के अवलोकन और सड़क के लोकार्पण के समय सुखवंत सिंह (रामगढ़ विधायक), बलबीर सिंह छिल्लर (जिला प्रमुख), घनश्याम गुर्जर (निर्वतमान मेयर), आर्तिका शुक्ला (जिला कलेक्टर), संग्राम सिंह कटियार (CCF सरिस्का), राजेंद्र हुड्डा (DFO अलवर), अभिमन्यु सहार (DFO सरिस्का), अरुण जैन (निर्वतमान पार्षद) और एलएन गुप्ता सहित अन्य अतिथि मौजूद रहे।
देखने को मिलेंगे ऐतिहासिक हथियार
राजस्थान का पहला वेपन म्यूज़ियम बाला किला में बना है। जिसमें कईं ऐतिहासिक शस्त्र हैं। विनीत गोधल (पुरातत्व एवं संग्रहालय विभागाध्यक्ष) ने बताया है कि इस म्यूज़ियम में 85 ऐतिहासिक शस्त्र हैं। जिसमें छोटे-बड़े आकार की प्राचीन तोप, गोले, खाली कारतूस और तलवारें इत्यादि हैं। इस म्यूज़ियम को करीब 3 साल पहले मंजूरी मिली थी। इसका निर्माण UIT ने 45 लाख रुपए की लागत से किया था। राजाओं-महाराजाओं के हथियारों को शीशे के दरवाजों के अंदर रखा गया है। म्यूजियम में टोपीदार दोनाली, टोपीदार बंदूक और 1 मिनट में 70 राउंड फायर करने वाली टर्किश गन (लंबाई 110 इंच) है।
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