Indian Railway: एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। अब लोगों को गंदे चादर और कंबल से छुटकारा मिलने वाला है। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद रेलवे बोर्ड ने उच्च गुणवत्ता वाले चादर व कंबल खरीदने का फैसला लिया है। रेलवे गंदे चादर और कंबल की शिकायतों को हल करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करेगा।
एआई के जरिए चादर की सफाई की जांच की जाएगी, जिससे यात्रियों को केवल साफ चादरों की आपूर्ति होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राजस्थान से चलने वाले कुछ स्पेशल ट्रेनों में इसका ट्रायल किया जाएगा। अगर ये ट्रायल सक्सेसफुल होता है, तो आने वाले समय में यात्रियों को चादर और कंबल की शिकायत नहीं रहेगी।
इन ट्रनों में होगी ट्रायल
उत्तर पश्चिम रेलवे से चलने वाली उदयपुर सिटी-दिल्ली सराय रोहिल्ला, उदयपुर सिटी-मैसूरू ट्रेन, जोधपुर-तिरूच्चलापल्लि,फिरोजपुर-रामेश्वरम, श्रीगंगानगर-तिरूच्चलापल्लि, जोधपुर-बांद्रा टर्मिनस, बाड़मेर-बांद्रा टर्मिनस, दिल्ली अहमदाबाद राजधानी एक्सप्रेस, हमसफर जैसी कुछ ट्रेनें हैं जिनमें ट्रायल के लिए यात्रियों को ट्रायल के लिए बेडरोल दिए जाएंगे। अगर इसे लेकर यात्रियों का फीडबैक पॉजिटिव आता है तो अन्य ट्रेनों में भी इस प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।
अब ट्रेनों में मिलेगी उच्च गुणवत्ता वाले बेडरोल
देशभर में प्रतिदिन लाखों लोग ट्रेन से सफर करते हैं। ऐसे में लोगों को गंदगी, कुप्रबंधन और एसी कोच में मिलने वाली चादर, कंबल, और पिलो कवर को लेकर काफी शिकायतें रहती हैं। लेकिन सबसे ज्यादा शिकायत एसी कोच में मिलने वाली कंबल और चादर को लेकर रहती है।
इन शिकायतों को देखते हुए रेलवे बोर्ड की तरफ से बेडरोल की गुणवत्ता चेक करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था। उसकी रिपोर्ट आने के बाद रेलवे बोर्ड ने अच्छी क्वालिटी के बेडरोल देने का फैसला किया है। अभी ट्रेनों में मिलने वाली बेडरोल की लाइफ एक साल होती थी लेकिन नए बेडरोल की लाइफ दो साल होगी। अब देखना होगा कि रेलवे द्वारा शुरू किए गए इस ट्रायल में कितनी सफलता मिलती है।
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