Lake Palace Udaipur: देश में कई महल आज भी अपनी शान और इतिहास के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। राजस्थान का लेक पैलेस जिसे कई लोग ताज लेक पैलेस के नाम से भी जानते है पूरी दुनिया में मशहूर है। उदयपुर की फेमस पिछोला झील के पास बने इस आलीशान महल को अब लक्जरी होटल में तब्दील कर दिया गया है। विदेशी पर्यटक यहां आकर देश की संस्कृति और इतिहास के बारें में जानते हैं। यह पैलेस इस लिए भी खास है, क्योंकि यह झील में जग निवास नामक द्वीप के बीचों-बीच स्थित है, जिससे पैले से चारों तरफ पानी नजर आता है और झील की ठंडी हवा इस जगह को और भी आकर्षक बनाती है।
माना जाता है मेवाड़ के महाराणा अपना ज्यादातर समय यहीं बिताते थे। खासकर गर्मी के दिनों में यह महल सबसे महत्वपूर्ण जगह होती थी। भीषण गर्मी से बचने के लिए इस महल का निर्माण लेख के बीच में कराया गया था। आज यह महल देश के बेस्ट होटलों में से एक माना जाता है। यहां रूकने की कीमत लाखों में होती है।
महल का इतिहास
जानकारी के लिए बता दें कि इस महल का निर्माण साल 1743 में उदयपुर के महाराणा जगत सिंह द्वितीय शुरू किया गया था और करीब 3 साल में जाकर इसका कार्य पूरा हुआ था। पहले इस पैलेस का नाम राजा के नाम पर रखा गया था और इसको जगनिवास के नाम से जाना जाता था। बाद में लोग इसे “लेक पैलेस” के नाम से जानने लगे। महाराणा जगत सिंह के बाद कई शासकों ने इसे छुट्टियां बिताने के लिए इस्तेमाल किया था। माना जाता है कि 1857 के भारतीय सिपाही विद्रोह में नीमच से भाग कर आए यूरोपीय परिवार को महाराणा स्वरूप सिंह ने आश्रय के रूप में दिया था।
पैलेस की कलाकारी
इस महल को सफेद और काले पत्थर से तैयार किया गया है। इसकी छतों और स्तंभों पर भी कई प्रकार की कलाकारी की गई है। पैलेस के फर्श को सफेद मार्बल्स से सजाया गया है। यहां बने हर कमरे को अलग नाम से जाना जाता है। इसकी खूबसरती के चर्चे पूरे दुनिया में जाने जाते है।