Padajhar Waterfall: राजस्थान की खूबसूरती न केवल यहां के महलों में बल्कि यहां की प्राकृतिक सुंदरता में भी दिखती हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण है राज्य के चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा की फेमस भैंसरोड़गढ़ सेंचुरी के बीचों बीच स्थित पाड़ाझर झरना, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और इतिहास के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। 35 मीटर ऊंची इस झरना का पानी साल में 10 महीने बहता है। इसके आस-पास घने जंगल और पेड़-पौधे से यहां का नजारा देखने लायक होता है।
झरने के जल से होता है महादेव का जलाभिषेक
जानकारी के लिए बता दें कि इस झरना के नीचे एक आदिमानव गुफा है, जिसमें महादेव का एक प्राचीन मंदिर स्थित है। पूरे साल पहाड़ियों से निकलता जल भगवान शिव का जलाभिषेक करता है।
पिकनिक स्पॉट के लिए है फेमस
सालाना लोग यहां पिकनिक और सुकून के दो पल बीताने यहां आते हैं। शांत वातावरण और प्रकृति के करीब रहकर यहां लोगों को आकर बेहद आराम महसूस होता है। स्कूल के बच्चों को कई बार यहां पिकनिक के लिए लाया जाता है। साथ ही लोग अपने परिवार के साथ यहां एन्जॉय करने आते हैं। बारिश के मौसम यहां नजारा बेहद खूबसूरत लगता है।
झरने के नीचे है गुफा
पाड़ाझर झरने के नीचे एक आदिमानव काल की एक गुफा है जहां माना जाता है कि कई ऋषि-मुनियों ने सदियों तक भगवान शिव की तपस्या की थी। 30 मीटर लंबी इस गुफा में पक्षियों का भी डेरा रहता है। इस स्थान पर एक पवित्र कुंड भी बना हुआ है।
पदाझर झरना राणा प्रताप सागर के पास चंबल नदी की एक छोटी सहायक नदी पर स्थित एक आश्चर्यजनक स्थान है। आस-पास अन्य झरने भी हैं जो देखने लायक हो सकते हैं। इसलिए, यदि आप कोटा के आस-पास हैं और शहर की भागदौड़ भरी जिंददगी से दूर एक शांतिपूर्ण जगह की तलाश कर रहे हैं, तो पदाझर झरने को अपनी यात्रा सूची में जरूर शामिल करें।