Rajasthan 5 Famous Festival: राजस्थान का की संस्कृति और इतिहास इतनी समृद्ध है कि यह राज्य पर्यटकों को अपने आप ही आकर्षित कर लेता है। इसीलिए तो इस राज्य को रंगीला राजस्थान और रंगीलो म्हारो देश जैसे स्लोगन दिए जाते हैं। जितने खूबसूरत यहां की संस्कृति है, उतनी हीं खूबसूरत और रंगीन यहां के मेले भी हैं। आई राजस्थान के प्रमुख मेलों के बारे में जानते हैं।
पुष्कर मेला:
पुष्कर मेला राजस्थान के अजमेर जिले के पुष्कर शहर में आयोजित किया जाता है, यह मेला राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध मेलों में से एक है, जो कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाता है। इस मेले में भारत के अलग-अलग हिस्सों से लोग शामिल होते हैं, इस मेले का आयोजन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के एकादशी से पूर्णिया तक किया जाता है। यह मेला पुष्कर ऊंट मेला के नाम से भी प्रसिद्ध है।
रणकपुर उत्सव:
राजस्थान के पाली जिले के रणकपुर में आयोजित होने वाला यह उत्सव राजस्थान की संस्कृति का बेहतरीन उदाहरण पेश करती है, जहां राजस्थान के वाइब्रेंट कलर को बहुत ही सरलता से आप देख सकते हैं। इस मेले को रणकपुर जवाई धाम उत्सव के नाम से भी जाना जाता है, जो दिसंबर के महीने में आयोजित किया जाता है
घुड़ला का मेला:
यह मेल सिवाना दुर्ग के शासक महाराज सटल देव की याद में आयोजित किया जाता है। इस मेले का आयोजन चैट मास के शुक्ल पक्ष के तृतीया तिथि को किया जाता है। इस मेले का आयोजन जोधपुर के मारवाड़ क्षेत्र में होता है।
श्री महावीर जी मेला:
राजस्थान में आयोजित किया जाने वाला यह मेल जनधन के सबसे प्रसिद्ध मेलों में से एक है इस मेले का सबसे बड़ा मुख्य आकर्षण रथ यात्रा होता है यह मेल करौली में आयोजित किया जाता है इस मेले का आयोजन चैत्र मास के शुक्ल पक्ष के त्रयोदशी से वैशाख मास के कृष्ण पक्ष के द्वितीया तिथि तक होता है। इस दौरान यहां दूर-दूर से पर्यटक और जैन धर्म के अनुयाई पहुंचते हैं।
उर्स महोत्सव
इस महोत्सव का आयोजन अजमेर शरीफ दरगाह में किया जाता है। यह उत्सव मोइनुद्दीन चिश्ती के पुण्यतिथि पर आयोजित किया जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के सातवें महीने कि पहले 6 दिन इस मेले का आयोजन किया जाता है। इन दिनों यहां कव्वालियां गई जाती है और अजमेर शरीफ की दरगाह की रौनक देखने लायक होती है।
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