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Rajasthan Tourism: राजस्थान जो रंगों से भरा होने के कारण इसे रंगीला राजस्थान के नाम से भी जाना जाता है। जिसकी खासियत यहां के शहरो के रंगो की उनमें से एक शहर जोधपुर जिसे नीला शहर भी कहा जाता है।

Rajasthan Tourism: राजस्थान अपनी संस्कृति और राज्य के ठाठ-बाठ के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। लेकिन इस राज्य में इसके अलावा भी बहुत कुछ है जो लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। राजस्थान के लोगों के रहन-सहन के तरीके भी बिल्कुल अलग लगते हैं। अगर एकता की मिसाल देनी हो तो उसमें भी राजस्थान अव्वल दर्जे पर आता है और आए भी क्यों न, जहां चार-चार शहर ऐसे हों, जहां सभी घरों की रंगत एक जैसी हो, तो वह शहर एकता की मिसाल क्यों नहीं बनेगा। राजस्थान में ऐसा ही एक शहर है -ब्लू सिटी , जोधपुर।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:

राजस्थान के जयपुर, उदयपुर, बीकानेर जैसे शहरों की बात तो अक्सर होती रहती है, लेकिन जोधपुर पीछे रह जाता है। चलिए, बात करते हैं इसी शहर के बारे में। अगर शहर के इतिहास की बात करें तो इसकी स्थापना 1459 ईस्वी में राव जोधा ने की थी। इसी वजह से इस नगरी का नाम जोधपुर पड़ा। यह शहर वर्तमान में राजस्थान का एक महानगर है।

क्यों कहलाती है नीली नगरी?

अगर शहर के नीले रंग की बात करें तो इसके पीछे एक कहानी अक्सर बताई जाती है। बताया जाता है कि एक समय था जब इस शहर के घरों में दीमकों का आतंक फैल गया था। दीमकों ने दीवारों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया था। ऐसे में इन दीमकों से बचने के लिए पूरे शहर के घरो पर उस समय के महाराज ने नीला  रंग  करवा दिया था।जिससे यह शहर नीले शहर के नाम से जाना जाने लगा। तब से लेकर आज तक इस शहर में यह परंपरा चली आ रही है। आज भी यहां के घर आपको नीले रंग में ही दिखेंगे, जो यहां की एकता को दर्शाते है।

पर्यटन स्थल:

इस शहर में घूमने के लिए भी बहुत से पर्यटन स्थल हैं, लेकिन जिस पर्यटन स्थल की सबसे ज्यादा प्रसिद्धि है, उसका नाम है मेहरानगढ़ किला। यह किला अपने आप में भव्यता की एक अलग ही मिसाल कायम करता है। इसकी स्थापना 1459 ईस्वी में की गई थी। यह किला 410 फीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित है, और इसकी स्थापना भी राव जोधा ने ही करवाई थी।

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